बुधवार को शिक्षा विभाग ने सभी जिला अधिकारियों को आपातकाल लागू होने की 50वीं वर्षगांठ मनाने के निर्देश जारी किए हैं। शिक्षा मंत्रालय ने इस अवधि के महत्व और भारत के लोकतांत्रिक ढांचे पर इसके प्रभाव को उजागर करने वाली एक लघु वृत्तचित्र फिल्म भी उपलब्ध कराई है।
हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में संविधान हत्या दिवस मनाया जाएगा। इस दौरान आपातकाल पर लघु वृत्तचित्र फिल्में दिखाई जाएंगी। बुधवार को शिक्षा विभाग ने सभी जिला अधिकारियों को आपातकाल लागू होने की 50वीं वर्षगांठ मनाने के निर्देश जारी किए हैं। भारत सरकार के निर्देश पर 25 जून 2025 से 25 जून 2026 तक देश भर में एक वर्षीय स्मरोणत्सव मनाया जा रहा है। युवा पीढ़ी को लोकतंत्र, संवैधानिक मूल्यों और मौलिक अधिकारों के महत्व की याद दिलाने के लिए यह आयोजन हो रहा है।
भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने पत्र संख्या नंबर 17-18/2025 के माध्यम से हिमाचल के शिक्षा सचिव को 25 जून को इस आयोजन के बारे में सूचित किया है। इसी कड़ी में बुधवार को स्कूल शिक्षा निदेशालय के अतिरिक्त निदेशक ने सभी प्रारंभिक और उच्च शिक्षा उपनिदेशकों को भारत में आपातकाल लागू होने की 50वीं वर्षगांठ मनाने के निर्देश जारी किए हैं। सभी उप निदेशकों को निर्देश दिया गया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनके अधिकार क्षेत्र के तहत आने वाले सभी शैक्षणिक संस्थानों के प्रमुखों को सूचित किया जाए कि वे इस आयोजन में सक्रिय रूप से भाग लें। शिक्षा मंत्रालय ने इस अवधि के महत्व और भारत के लोकतांत्रिक ढांचे पर इसके प्रभाव को उजागर करने वाली एक लघु वृत्तचित्र फिल्म भी उपलब्ध कराई है। उच्च-रिज़ॉल्यूशन प्रारूप में निर्मित यह फिल्म जागरूकता कार्यक्रमों के तहत स्कूलों और कॉलेजों में दिखाई जाएगी। संस्थानों में सुचारू प्रसार और पहुंच सुनिश्चित करने के लिए फिल्म के विभिन्न प्रारूपों के डाउनलोड लिंक उपलब्ध कराए गए हैं।
भारत सरकार ने इसी साल से 25 जून को प्रतिवर्ष संविधान हत्या दिवस मनाने का फैसला लिया है। केंद्र सरकार और भाजपा की ओर से बीते दिनों इस संदर्भ में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। 26 जून को लोकसभा ने आपातकाल की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव भी पारित किया था। अब केंद्र सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों को सक्रिय रूप से इन कार्यक्रमों में शामिल करने का फैसला लिया है।