देशराज से दूसरे दिन भी घंटों पूछताछ, मीणा को HC से अग्रिम जमानत, जांच में करना होगा सहयोग

Vimal Negi Death Case Deshraj questioned on the second day police submit report in Meena case in HC tomorrow

एचपीपीसीएल के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत के मामले में पुलिस ने निलंबित निदेशक देशराज से दूसरे भी घंटों पूछताछ की। इस दौरान देशराज से विमल नेगी के साथ कामकाज को लेकर होने वाली बातचीत, उनके व्यवहार और कॉरपोरेशन के अधीन चल रहे प्रोजेक्टों में विमल की भूमिका को लेकर भी सवाल किए गए हैं। पुलिस की जांच में सामने आया है कि विमल नेगी लापता होने वाले दिन चंडीगढ़ से जिला बिलासपुर किसी से मिलने के लिए आने की बात कह रहे थे।

अब पुलिस उन लोगों की पहचान करने की कोशिश भी कर रही है। शिमला पुलिस ने जांच में शामिल होने के लिए पावर कॉरपोरेशन के एमडी रहे हरिकेश मीणा को भी तलब किया था, लेकिन वह अग्रिम जमानत के लिए प्रदेश उच्च न्यायालय में चले गए हैं। इस मामले को लेकर अब पुलिस 9 अप्रैल को अपनी जांच रिपोर्ट हाईकोर्ट में सौंपेगी। पुलिस के मुताबिक इस मामले के हर पहलू की गहनता से जांच की जा रही है। एसआईटी की एक टीम ने बिलासपुर से जरूरी तथ्यों को जुटाया है, तो अन्य टीमें कॉरपोरेशन कार्यालय से मिले दस्तावेजों की गहनता से पड़ताल कर रही हैं।

सॉफ्टवेयर भी कब्जे में लिया
अभी तक की जांच से पता चला है कि विमल नेगी ने पिछले छह महीने में 33 के करीब छुट्टियां ली थीं। इसके अलावा पुलिस इस बात की जांच भी कर रही है कि उन्होंने कितनी छुट्टियां अप्लाई की थीं और उसमें से कितनी मंजूर व कितनी रिजेक्ट की गई थी। इसकी पुष्टि के लिए पुलिस ने उस सॉफ्टवेयर को भी कब्जे में लिया है, जिसमें कॉरपोरेशन के कर्मचारी और अधिकारी ऑनलाइन छुट्टियों के लिए आवेदन करते थे। पुलिस अभी तक 45 से अधिक कॉरपोरेशन के कर्मचारियों और अधिकारियों से भी पूछताछ कर चुकी है।

मीणा को हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत, जांच में करना होगा सहयोग
हिमाचल हाईकोर्ट ने प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत के मामले में आरोपी तत्कालीन एमडी हरिकेश मीणा को अग्रिम जमानत दे दी है। न्यायाधीश वीरेंद्र सिंह की अदालत ने मीणा को पुलिस जांच में सहयोग करने को कहा है। केस की अगली सुनवाई 9 अप्रैल को होगी। मामले में राज्य सरकार की ओर से स्टेटस रिपोर्ट दायर की गई है। कोर्ट ने जांच अधिकारी को निर्देश दिए कि एफआईआर के आधार पर आवेदक के खिलाफ कोई बलपूर्वक कार्रवाई न करें। बता दें कि विमल नेगी की मौत मामले में निदेशक देशराज और मीणा पर परिवार के लोगों ने मानसिक प्रताड़ना जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। पत्नी की शिकायत पर दोनों के खिलाफ नेगी को आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है। परिजन मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं।

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