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हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय और कॉलेज शिक्षकों को पीएचडी की प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद ही आरक्षण के तहत प्रवेश का लाभ मिलेगा।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में विभागों और संबद्ध कॉलेजों में पढ़ा रहे शिक्षकों के लिए पीएचडी की एक-एक सीट आरक्षित की गई है। विवि और कॉलेज शिक्षकों को पीएचडी की प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद ही आरक्षण के तहत प्रवेश का लाभ मिलेगा। प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी अनिवार्य होगी।
पूर्व प्रदेश सरकार ने इन शिक्षकों को सीट आरक्षित की थी, लेकिन उन्हें प्रवेश परीक्षा की शर्त में छूट थी। 26 दिसंबर को हुई विश्वविद्यालय कार्यकारिणी परिषद की बैठक में निर्णय लिया गया कि पीएचडी में प्रवेश लेने वालों को प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी अनिवार्य होगी।
इस पर शिक्षक प्रतिनिधियों ने रियायत को बरकरार रखे जाने को लेकर तर्क रखे थे। इसके बावजूद निर्णय हुआ कि शिक्षकों को पीएचडी की सीट आरक्षित रखी जाए, लेकिन उन्हें प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करने पर ही यह लाभ दिया जाए। लंबे समय से कॉलेज, विवि के सहायक आचार्य स्तर के शिक्षक विभागों में पीएचडी की सीट आरक्षित करने की मांग उठाते रहे हैं।
विवि के हर विभाग में एक-एक अतिरिक्त सीट रखी जाती है, इन सीट पर विवि और कॉलेज के शिक्षकों को ही प्रवेश दिया जाता है। अब प्रवेश के सभी इच्छुक शिक्षकों को प्रवेश परीक्षा देना और उसे उत्तीर्ण करना अनिवार्य किया गया है। विवि के कुलसचिव डाॅ. वीरेंद्र शर्मा ने बुधवार को फैसले की अधिसूचना जारी कर दी है।