9 लाख की भारी राशि खर्च करने के उपरांत भी बरसात मे बना विवादो का कारण
माँ शूलिनी मेला के कुछ दिन पहले मुख्य द्वार का निर्माण शुरू किया गया था व 9 लाख की राशि इसमे खर्च की गयी थी इसके उपरांत भी बरसात मे द्वार उखड़ गया I गेट बनाने वाली फर्म भी कठघरे मे आ गयी है I राजनीति के दबाव के चलते कम समय मे द्वार को खड़ा किया गया तथा बनाते समय गुणवत्ता का बिलकुल भी ध्यान नहीं रखा गया है I गौर रहे कि 3 साल पहले द्वार का शिलान्यास वर्तमान मंत्री डॉ धनिराम शाडिल द्वारा किया गया था और 9 लाख विधायक निधि से दिये गए थे I ये काम डिआररडिए को दिया गया था I लेकिन तब से लेकर आजतक कोई विशेष बदलाव देखने को नहीं मिला है केवल गेट का ढांचा बना हुआ था I इसलिए मेले के कुछ दिन पहले गेट का निर्माण किया गया परंतु कार्य सक्षम नहीं रहा और उदघाटन के एक माह बाद निर्माण कार्य के रंग दिखने लगे हालांकि कारीगरों द्वारा बताया गया था की कारीगरी सालो साल बरकरार रहेगी लेकिन ऐसा न होने के कारण कारीगरों व प्रशासन पर भी सवाल उठ रहे है I खराबी के लिए संबन्धित कंपनी को ठीक करने के निर्देश दिये जाएगे