इस वर्ष बीते वर्ष के मुकाबले 40 फीसदी तक ही सेब कार्टन तैयार करने की डिमांड आई है।
मौसम के कारण जितना असर सेब उत्पादको को हुआ उतना असर गत्ता उद्योग को भी हुआ है बीबीएन के गत्ता उद्योगों में इस वर्ष बीते वर्ष के मुकाबले 40 फीसदी तक ही सेब कार्टन तैयार करने की मांग आई है। इससे मंदी की मार झेल रहे गत्ता उत्पादकों की चिंताएं बढ़ गई हैं। बीते वर्ष जहां 450 करोड़ पेटी सेब कार्टन बीबीएन के गत्ता उद्योगों में तैयार किए गए थे, वहीं इस वर्ष अभी तक मात्र 250 करोड़ पेटियों की मांग ही उद्योगों में पहुंची है।इस बार इन गत्ता संचालकों को व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो गया है। उत्पादकों के अनुसार सेब में जब फ्लावरिंग का समय था तो मौसम ठंडा रहा। फूल पूरी तरह से आया नहीं। उसके बाद बारिश होती रही। वहीं, उसके बाद दाना पड़ते ही ओलावृष्टि शुरू हो गई और दाना गिर गया। ऐसे में इस बार अब करीब दो करोड़ सेब के डिब्बे बीबीएन में कम तैयार होंगे।
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