बीते 48 घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) की सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। सोमवार को प्रदेश में एचआरटीसी के 3700 रूट प्रभावित हुए। विभिन्न रूटों पर रवाना हुईं एचआरटीसी की 600 बसें सड़कें बंद होने के कारण फंस गई हैं। जिन रूटों पर सोमवार को बसें संचालित की गईं, वह भी गंतव्य तक नहीं पहुंच पाईं। मंडी के थट्टा में बादल फटने से एचआरटीसी बस बह गई, हालांकि स्टाफ सुरक्षित है। मंडी के धर्मपुर बस अड्डे में पानी भर गया है और बसें शिफ्ट कर दी गई हैं। सोमवार को एचआरटीसी बसें सोलन-कुमारहट्टी, कुमारहट्टी-नाहन, ऊना-हमीरपुर, कांगड़ा-पठानकोट और नारकंडा-रामपुर रूटों पर ही संचालित हो सकीं।भारी बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन होने से रूटों पर रवाना हुई बसें आधे रास्ते में ही फंस गईं। एचआरटीसी प्रबंधन ने चालक-परिचालकों को बसों के संचालन में खतरा मोल न लेने की कड़ी हिदायत जारी की है। सड़क पूरी तरह सुरक्षित होने पर ही बसों के संचालन के निर्देश दिए गए हैं। मंडी जिले के थट्टा गांव में बादल फटने की वजह से एचआरटीसी की 47 सीटर बस बह गई। यह बस सड़क बंद होने की वजह से 11 अगस्त से यहां खड़ी थी। हिमाचल पथ परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि बादल फटने से बस बह गई है, एचआरटीसी का स्टाफ सुरक्षित है। मंडी जिले के धर्मपुर बस अड्डे में बाढ़ का पानी घुस गया है। निगम प्रबंधन ने बसों को बस अड्डे से बाहर शिफ्ट कर दिया है।