क्रिसमस पर हिमाचल के पहाड़ों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। मंगलवार को भी कुफरी, नारकंडा, डलहौजी एवं सोलंगनाला समेत कई इलाकों में हिमपात हुआ। शिमला, कुल्लू, मंडी, चंबा, किन्नौर और लाहौल-स्पीति के पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी हो रही है। राजधानी शिमला समेत प्रदेश के कई क्षेत्रों में बारिश हुई है। बारिश-बर्फबारी के चलते तीन हाईवे समेत प्रदेश में 223 सड़कें बंद हो गई हैं।
व्हाइट क्रिसमस के लिए शिमला व मनाली पहुंचे पर्यटकों को दुश्वारियों का भी सामना करना पड़ा। लाहौल के सिस्सू व कोकसर से अटल टनल रोहतांग तक बर्फ में फंसे 8,500 और कुफरी में फंसे 1,500 सैलानियों को कई घंटों बाद निकाला गया। करीब 10 हजार पर्यटकों को निकालने के लिए पूरी रात रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा। उधर, बर्फबारी के कारण प्रदेश में 356 ट्रांसफार्मर ठप होने के कारण कई इलाकों में ब्लैकआउट हो गया है। पानी की 19 स्कीमें प्रभावित हो गई हैं।
बारिश-बर्फबारी के बीच सैलानियों के फंसने के मद्देनजर प्रशासन ने शिमला के ढली से कुफरी और मनाली के सोलंगनाला से लाहौल तक पर्यटकों के निजी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। सिर्फ फोर बाई फोर वाहनों में ही पर्यटकों को आगे भेजा जा रहा है। शिमला में बर्फ को देखते हुए पहली बार ऐसी व्यवस्था की गई। मंगलवार को शिमला के कुफरी, नारकंडा और ऊपरी इलाकों के अलावा चंबा के डलहौजी और भरमौर, मनाली के सोलंगनाला एवं आसपास के क्षेत्रों में हिमपात हुआ। किन्नौर, लाहौल, चंबा और सिरमौर की चोटियों पर बर्फबारी भी जारी रही। शिमला समेत कुल्लू, मंडी, चंबा समेत कई क्षेत्रों में भी बादल बरसे। जलोड़ी दर्रा और चंबा का सचे जोत बंद हो गया है। मनाली शहर में भी बर्फ के फाहे गिरे। वहीं, कुल्लू में साै, चंबा में सात ट्रांसफार्मर ठप पड़े हैं।