
देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर हिमाचल प्रदेश में 27 और 28 दिसंबर को राज्य में दो दिवसीय अवकाश घोषित किया है। इस अवधि में राज्य सरकार के सभी कार्यालय, बोर्ड, निगम और शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। साथ ही, दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को भी इन दिनों का वेतन सहित अवकाश प्रदान किया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश के गृह विभाग के ज्वाइंट सेक्रेटरी प्रवीण कुमार टाक की तरफ से जारी आदेशों में लिखा गया है कि पूर्व पीएम पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर केंद्र सरकार की तरफ से सात दिन 26 दिसंबर से एक जनवरी तक राजकीय शोक घोषित किया गया है। सरकार के एलान के बाद अब स्कूल, कॉलेज और सरकारी दफ्तरों से कर्मचारियों ने अपने अपने घर की तरफ रुख कर दिया है। हिमाचल प्रदेश सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के दुखद निधन पर शोक व्यक्त करते हुए 27 और 28 दिसंबर को राज्य में दो दिवसीय अवकाश घोषित किया है। इस अवधि में राज्य सरकार के सभी कार्यालय, बोर्ड, निगम और शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। साथ ही, दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को भी इन दिनों का वेतन सहित अवकाश प्रदान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने व्यक्त किया शोक
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। डॉ. मनमोहन सिंह ने कल नई दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली। वह 92 वर्ष के थे। अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह एक महान तथा दूरदर्शी नेता थे, उनका देहावसान राष्ट्र के लिए एक महान क्षति है। उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल में भारत ने विभिन्न क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की। उनकी नीतियों और कार्यक्रमों के फलस्वरूप देश ने विश्वभर में एक नई पहचान बनाई। सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान देश में आर्थिक उदारीकरण की नीतियां लागू की गई, जिससे विदेशी निवेश को बढ़ावा मिला। उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई ऐतिहासिक निर्णय लिए, जिससे भारतीय समाज और अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव आए। उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व में देश में राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारन्टी अधिनियम (मनरेगा) लागू किया गया। यह योजना गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को रोज़गार प्रदान करने के लिए ऐतिहासिक कदम साबित हुई। उनके कार्यकाल के दौरान सूचना का अधिकार अधिनियम पारित हुआ, जिससे सरकारी कामकाज प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित हुई। उनके कार्यकाल में अनेक महत्वपूर्ण कानून लागू किए गए, जिससे राष्ट्र की प्रगति का मार्ग प्रशस्त हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश को एक अर्थशास्त्री, राजनेता व प्रधानमंत्री के रूप में दी गई सेवाओं और योगदान के लिए डॉ. मनमोहन सिंह को हमेशा याद किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने परमपिता परमात्मा से दिवंगत आत्मा की शांति और पुण्य आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने की प्रार्थना की।
पूर्व प्रधानमंत्री एवं महान अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन की खबर से मन अत्यंत व्यथित है।
पूरे देश और कांग्रेस परिवार के लिए यह अपूरणीय क्षति है। आज भारतीय राजनीति में एक युग का अंत हो गया है।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने व्यक्त किया शोक
देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन पर संपूर्ण देश शोकाकुल है। सहजता और सरलता वाले डॉ. मनमोहन सिंह जी का एक अर्थशास्त्री के रूप में भी देश लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है। पार्टी तक सीमित न रहकर बतौर प्रधानमंत्री उन्होंने देश के सभी वर्गों के उत्थान के लिए ईमानदारी से प्रयास किये, इसके लिए उन्हें सदैव स्मरण किया जाएगा। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति व शोकसंतप्त परिवार एवं उनके प्रशंसकों को संबल प्रदान करें- जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष
देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन पर संपूर्ण देश शोकाकुल है।
सहजता और सरलता वाले डॉ. मनमोहन सिंह जी का एक अर्थशास्त्री के रूप में भी देश के लिए बहुत बड़ा योगदान रहा है।
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने भी व्यक्त किया शोक
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन का समाचार सुनकर मन अत्यंत व्यथित है। उनका जाना ना केवल भारत बल्कि पूरे विश्व के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनके नेतृत्व में भारत ने आर्थिक सुधारों का एक नया अध्याय लिखा और विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में अपना स्थान सुनिश्चित किया। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और शोकाकुल परिवार एवं समर्थकों को यह अथाह दु:ख सहन करने की शक्ति दें- मुकेश अग्निहोत्री, उप मुख्यमंत्री, हिमाचल प्रदेश
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन का समाचार सुनकर मन अत्यंत व्यथित है। उनका जाना ना केवल भारत बल्कि पूरे विश्व के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
उनके नेतृत्व में भारत ने आर्थिक सुधारों का एक नया अध्याय लिखा और विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में अपना स्थान सुनिश्चित किया।