भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी में स्कूल ऑफ मैनेजमेंट ने अपने प्रमुख एमबीए डाटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (डीएसएंडएआई) प्रोग्राम के 2025-27 बैच के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। 2022 में लॉन्च किया गया प्रमुख एमबीए प्रोग्राम पहले ही एआई-संचालित व्यावसायिक शिक्षा में अग्रणी के रूप में स्थापित हो चुका है। इसकी सहायता से डाटा आधारित निर्णय लेने और एआई-आधारित व्यावसायिक रणनीतियों की गहरी समझ के साथ भविष्य के लिए पेशेवरों को तैयार करना है। यह प्रोग्राम उद्योग की जरूरतों और डाटा-आधारित दृष्टिकोण के आधार पर महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम प्रदान करता है।
कार्यक्रम की विशेषताओं में टेक्नो-मैनेजमेंट फोकस, उद्योग के अनुरूप पाठ्यक्रम, अत्याधुनिक सुविधाएं, व्यावहारिक अनुभव, ग्लोबल विजन शामिल है। एमबीए प्रोग्राम में पिछले प्लेसमेंट में 16 लाख रुपये प्रति वर्ष की औसत सीटीसी और 39 लाख रुपये प्रति वर्ष की उच्चतम सीटीसी है। कोई भी छात्र पात्रता की दो श्रेणियों में से किसी एक को चुनकर प्रवेश के लिए आवेदन कर सकता है। पहली श्रेणी में स्कूल उन उम्मीदवारों को प्रवेश देता है, जिन्होंने केंद्रीय वित्त पोषित तकनीकी संस्थानों या एनआईआरएफ 2024 रैंकिंग (समग्र श्रेणी या इंजीनियरिंग श्रेणी) में शीर्ष 100 में स्थान पाने वाले संस्थानों से स्नातक या मास्टर डिग्री हासिल की है।
दूसरी श्रेणी में सीएटी 2024 में उपस्थित होने वाले आवेदक अपने सीएटी स्कोर के आधार पर आवेदन कर सकते हैं। आवेदकों के पास अपनी योग्यता डिग्री में न्यूनतम सीजीपीए होना आवश्यक है। आवेदक स्कूल की वेबसाइट पर उपलब्ध आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया में पात्रता मानदंडों के आधार पर बुनियादी स्क्रीनिंग प्रक्रिया के बाद समूह चर्चा या व्यक्तिगत साक्षात्कार होगा। ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 31 जनवरी, 2025 को शाम 5:00 बजे तक है।
स्कूल ऑफ मैनेजमेंट के अध्यक्ष प्रो. अंजन के स्वैन ने कहा कि यह एमबीए प्रोग्राम छात्रों को आज की डाटा-संचालित अर्थव्यवस्था में उत्कृष्ट स्थान हासिल करने में सक्षम बनाने का प्रयास करता है। आईआईटी मंडी के निदेशक प्रो. लक्ष्मीधर बेहरा ने बताया कि डाटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में हमारा एमबीए प्रोग्राम ऐसे पेशेवरों की बढ़ती जरूरत को पूरा करता है जो प्रभावशाली व्यावसायिक निर्णय लेने के लिए डेटा और एआई का लाभ उठाते हैं। संस्थान का प्रयास रहा है कि व्यावहारिक शिक्षा के साथ इनोवेशन पर भी फोकस किया जाए।