कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक लिमिटेड से जुड़े 20 करोड़ के लोन फर्जीवाड़े में आरोपी युद्ध सिंह बैंस, संबंधित बैंक अधिकारियों, कर्मचारियों के अलावा अब पूर्व बैंक निदेशकों से भी पूछताछ होगी। इस मामले में उनके बयान भी दर्ज किए जाएंगे। बैंक अधिकारियों से बरती गई लापरवाही के भी विजिलेंस को अहम सबूत हाथ लगे हैं। वहीं, आरोपी बैंस के बीते पांच दिनों से पूछताछ चल रही है। वीरवार को भी विजिलेंस ने बैंस के बयान दर्ज किए हैं। आरोपी 24 जनवरी तक अंतरिम जमानत में है। शुक्रवार को उसकी अग्रिम जमानत पर अदालत में सुनवाई होगी।
बैंस से पूछताछ के दौरान जांच एजेंसी ने यह भी जानने का प्रयास किया कि क्या लोन राशि का उपयोग होटल निर्माण के उद्देश्य से हुआ या उसे अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया गया। साथ ही बैंक के अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका पर भी गहराई से जांच की जा रही है। इसके तहत जांच दायरे में बैंक के कुछ तत्कालीन अधिकारियों व कर्मचारियों के बयान भी दर्ज किए जा चुके है। विजिलेंस इस मामले से जुड़ा अधिकतर रिकॉर्ड और ऑडिट रिपोर्ट पहले ही कब्जे में ले चुकी है।
60 करोड़ रुपये के लिए किया था आवेदन
विजिलेंस को यह भी बता चला है कि होटल निर्माण के लिए बैंस ने 60 करोड़ रुपये के लोन का आवेदन किया था। जांच में सामने आया है कि बैंक के कुछ तत्कालीन अधिकारियों ने नियमों की अवहेलना करते हुए 20 करोड़ रुपये की राशि मंजूर कर जारी कर दी। बैंक अधिकारियों ने भारतीय रिजर्व बैंक और नाबार्ड के दिशा-निर्देशों को भी नजरअंदाज किया।