
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर सदर विधानसभा के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर हुए जानलेवा हमले के तार जनवरी में घुमारवीं थाना में दर्ज हुए आर्म्स एक्ट के मामले के फरार आरोपी से भी जुड़ रहे हैं। आरोपी कुलदीप उर्फ शिशु हरियाणा के रोहतक का ही है। खास बात यह है कि हाल ही में हुए गोलीकांड के आरोपी भी रोहतक के हैं और पहलवानी करते हैं। वहीं, कुलदीप भी पहलवानी करता है। गोलीकांड के प्रमुख शूटरों के साथ उसका उठना, बैठना भी है। इसके चलते यह साफ हो गया है कि बंबर ठाकुर पर हमले की तैयारी जनवरी से ही शुरू हो गई थी।
गोलीकांड मामले में दोनों शूटर रोहतक के रिटौली गांव के
उधर, गोलीकांड मामले में दोनों शूटर रोहतक के रिटौली गांव के हैं। हालांकि पुलिस ने इसकी अभी अधिकारिक पुष्टि नहीं की है। घुमारवीं पुलिस ने 8 जनवरी को मामला दर्ज किया था। इसके मुताबिक घुमारवीं के जाहड़ी जंगल में कुछ युवक गोली चलाने का अभ्यास कर रहे थे। जब मामले की जांच की गई तो पुलिस को जंगल से दो भरे तो नौ खाली कारतूस मिले थे। इसके बाद घुमारवीं के दो युवकों को गिरफ्तार किया गया था। युवक ने बताया था कि वह उसका घुमारवीं का ही साथी और हरियाणा के रोहतक का कुलदीप जाहड़ी में फायर करने का अभ्यास करते थे।
पुलिस आज तक मामले के तीसरे आरोपी तक नहीं पहुंची
चार दिन के रिमांड के बाद उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई थी। लेकिन हैरानी का विषय यह है कि पुलिस आज तक मामले के तीसरे आरोपी तक नहीं पहुंची। जो रोहतक का कुलदीप था और गिरफ्तार युवक ने उसकी पहचान भी बताई थी। वहीं अब उस मामले से जुड़े कुछ आरोपियों के नाम इस गोलीकांड से जुड़े रहे हैं। हालांकि, पुलिस मामले की अपने स्तर पर जांच कर रही है, लेकिन जिले में अवैध हथियारों का पहुंचना, जंगलों में गोलियां चलाने का अभ्यास होना और अब गोलीकांड होना लचर सुरक्षा व्यवस्था को दर्शा रहा है। इससे साफ है कि न केवल पुलिस, बल्कि प्रशासन को भी कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है।
हमलावरों ने मौके पर मौजूद लोगों पर भी चलाईं गोलियां, बाल-बाल बचे
कांग्रेस के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर हमला करने आए हमलावरों ने मौके पर मौजूद अन्य लोगों पर भी अंधाधुंध गोलियां चलाई, लेकिन निशाना चूकने से उनकी जान बच गई। दो हमलावरों ने बंबर ठाकुर को निशाना बनाया। जबकि पीछे खड़े दो हमलावरों ने वहां मौजूद युवकों पर बिल्कुल पास से गोलियां चलाई, लेकिन उनका निशाना चूक गया। एक तरफ पीएसओ ने हमलावरों का सामना करते हुए अपनी जान दाव पर लगा दी। दूसरी ओर, मौके पर खड़ी ईनोवा गाड़ी भी बंबर ठाकुर को बचाने में मददगार बनी। एक गोली बंबर ठाकुर की लात पर लगी। इसके बाद बंबर ठाकुर नीचे गिर गए, लेकिन पीएसओ से सामने आकर उनकी जान बचा ली।
हमलावर बंबर ठाकुर पर फायर करता रहा…
इतने में बंबर ठाकुर इनोवा गाड़ी के पीछे छुप गए। इस दौरान एक हमलावर बंबर ठाकुर पर फायर करता रहा, लेकिन गोली गाड़ी पर लगी। मौके पर यदि वह गाड़ी नहीं होती तो बंबर ठाकुर को और भी गोलियां लग सकती थीं। हमलावरों के भागने के बाद मौके पर मौजूद कुछ युवकों ने उनका दौड़कर पीछा भी किया। बताया जा रहा कि हमलावरों ने भागते हुए भी फायर किए। घटनास्थल पर खड़ी इनोवा गाड़ी पर गोली के निशान मिले हैं। जबकि गोलियों के 26 खाली खोल भी बरामद हुए हैं। फिलहाल बंबर ठाकुर की पत्नी के आवास पर पुलिसकर्मी तैनात हैं। बंबर ठाकुर रात को औहर स्थित अपने घर चले जाते हैं, जहां उनकी सुरक्षा में एक गनमैन तैनात रहता है। दिन में वह पत्नी के सरकारी आवास पर लोगों से मिलते हैं। होली के दिन भी वह सुबह 11:00 बजे औहर वाले घर से बिलासपुर में पत्नी के सरकारी आवास पर आए थे।
पहले हमला करने वाले लोगों ने ही कराया गोलीकांड: ईशान
बंबर ठाकुर के छोटे बेटे ईशान ठाकुर ने कहा कि पुलिस ने जिन लोगों गिरफ्तार किया है, वह पिछले साल पिता पर हुए हमले में भी शामिल थे। गोलीकांड कराने वाले यही लोग हैं। उन्होंने पिछले साल पहले बंबर ठाकुर पर जानलेवा हमला किया। इसके बाद वह घुमारवीं में गोली चलाने की ट्रेनिंग करते हुए भी पकड़े गए। बंबर पहले ही कह चुके हैं कि उन्हें मारने की योजना चल रही है। इस गोलीकांड में बड़े स्तर पर लोग शामिल है। उनके पिता ने नाम भी लिए हैं। भाजपा के लोग भी शामिल हो सकते हैं। उनकी भी कॉल डिटेल की भी जांच होनी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई की पुलिस जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी।