बड़े चाव के साथ खाया जाने वाला काला चना अब हर घर की रसोई में उपलब्ध होगा। सरकारी राशन के डिपुओं में नवंबर से इसकी आपूर्ति होगी। राज्य खाद्य आपूर्ति निगम को तीन माह के लिए काले चने का आर्डर मिल चुका है। बीपीएल, एनएफएसए और अंत्योदय उपभोक्ताओं के लिए 2280 मीट्रिक टन, एपीएल परिवारों के लिए 3336 मीट्रिक टन और करदाताओं के लिए 209 मीट्रिक टन खेप का आवंटन हो चुका है। सूबे में अक्टूबर तक निगम के सभी गोदामों में इसकी आपूर्ति हो जाएगी। इससे प्रदेश के साढ़े 19 लाख उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। प्रदेश में साढ़े सात लाख एपीएल राशन कार्ड उपभोक्ता हैं। जबकि 12 लाख से ज्यादा उपभोक्ता बीपीएल, एनएफएसए और अंत्योदय की श्रेणी में हैं। खाद्य आपूर्ति निगम डिपुओं से एपीएल परिवारों के लिए बाजार भाव से 15 रुपये कम दामों में आपूर्ति करेगा। जबकि बीपीएल श्रेणी के परिवारों को 20 रुपये तक सस्ता मिलेगा। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत सरकार अभी डिपुओं में मलका, माश, दला चना और मूंग में से तीन दालों की आपूर्ति कर रही है। कई सालों बाद सरकार इसमें फेरबदल कर रही है। बताया जा रहा है कि मूंग दाल के बदले काले चने की आपूर्ति की जाएगी। कई डिपो ऐसे भी हैं, जहां मूंग दाल की आपूर्ति नहीं हो रही है। लिहाजा मलका के बदले भी काले चने की आपूर्ति हो सकती है। तीन माह के लिए काले चने का आर्डर पास हो चुका है। अगले महीने निगम के गोदामों में इसकी आपूर्ति हो जाएगी। नवंबर में डिपुओं में उपभोक्ताओं को काला चना उपलब्ध हो जाएगा। सरकार ने दालों में फेरबदल किया है। मूंग या मलका के बदले इसे दिया जाएगा। डिपुओं में इसकी कीमत बाजार भाव से 15-20 रुपये सस्ती होगी।- रामकुमार गौतम, निदेशक, राज्य नागरिक एवं खाद्य आपूर्ति निगम