सांसद अनुराग ठाकुर बोले- आपदा प्रभावितों को वन भूमि दिलाने की केंद्र से की जाएगी पैरवी

Spread the love

सराज विधानसभा क्षेत्र के बगस्याड़ में आपदा प्रभावितों के साथ मुलाकात करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि आपदा प्रभावितों को वन भूमि दिलाने को जो मामला है उसकी केंद्र सरकार के समक्ष प्रमुखता से पैरवी की जाएगी।
 

पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर का कहना है कि आपदा प्रभावितों को वन भूमि दिलाने को जो मामला है उसकी केंद्र सरकार के समक्ष प्रमुखता से पैरवी की जाएगी। यह बात उन्होंने आज सराज विधानसभा क्षेत्र के बगस्याड़ में आपदा प्रभावितों के साथ मुलाकात करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कही। जयराम ठाकुर ने अनुराग ठाकुर को आपदा प्रभावितों से मिलवाया और यहां हुए नुकसान की जानकारी दी। अनुराग ठाकुर ने कहा कि आपदा प्रभावितों के हितों की जब भी बात आएगी तो उसमें हमेशा ही राजनीति से उपर उठकर निर्णय लिया जाएगा। हम यही चाहते हैं तो जो लोग घर से बेघर हो गए हैं उन्हें प्रदेश सरकार जल्द से जल्द घर बनाने के लिए जमीन और मुआवजा दे, ताकि वे दोबारा से अपनी जिंदगी की शुरूआत कर सकें। केंद्र सरकार की तरफ से प्रभावितों को हरसंभव मदद पहले भी की गई है और आगे भी की जाएगी।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि आपदा के इस दौर में पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष व सराज के विधायक जयराम ठाकुर ने शानदार काम किया है। उन्होंने दूर दराज के क्षेत्रों में पहुंचकर प्रभावितों तक मदद पहुंचाई है। भाजपा ने प्रभावितों को राशन, किचन का सामान और बिस्तर से लेकर अन्य सभी प्रकार का जरूरत का सामान मुहैया करवाया है। सांसद मोबाइल सेवा के माध्यम से दो हजार लोगों के स्वास्थ्य की निशुल्क जांच करके दवाईयां वितरित की गई हैं। सेनेटरी पैड और एक हजार तिरपाल प्रभावितों को दिए गए हैं। आज एक हजार स्कूल बैग, दो हजार पैंसिल, पांच हजार बिस्किट के पैकेट, पांच हजार प्रोटीन पैकेट और कॉपियों सहित अन्य जरूरत का सामान बच्चों को दिया गया है।

अनुराग ठाकुर ने इस मौके पर एनएचएआई के अधिकारियों को चेतावनी भी दी। उन्होंने मंडी जिला के धर्मपुर में चल रहे कार्यों को लेकर पिछले कल अधिकारियों की क्लास भी लगाई थी। उन्होंने कहा कि जहां भी कोताही बरती जा रही है उसपर पहले भी संज्ञान लिया गया था और अब भी किसी को बख्शा नहीं जाएगा। सड़क निर्माण का कार्य जनता की भलाई के लिए होना चाहिए न कि उन्हें परेशान करने के लिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *