राज्य में जगह-जगह भूस्खलन से शुक्रवार सुबह 10:00 बजे तक 250 सड़कें बाधित रहीं। इसके अतिरिक्त 81 बिजली ट्रांसफार्मर व 61 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हैं।
हिमाचल प्रदेश के कई भागों में बारिश का दाैर लगातार जारी है। बीते 24 घंटों के दाैरान जोगिंद्रनगर में 40.0, सराहन 38.0, जटौन बैराज 28.6, कोठी 28.4, शिलारू 26.4, मुरारी देवी 25.0, नारकंडा 23.0 व जोत में 23.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। प्रदेश की राजधानी शिमला में भी बीती रात स रुक-रुककर बारिश जारी है।
राज्य में जगह-जगह भूस्खलन से शुक्रवार सुबह 10:00 बजे तक 250 सड़कें बाधित रहीं। इसके अतिरिक्त 81 बिजली ट्रांसफार्मर व 61 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हैं। आपदा प्रभावित मंडी जिले में सबसे अधिक 182 सड़कें व 50 जल आपूर्ति योजनाएं ठप हैं।
इस मानसून सीजन में 20 जून से 17 जुलाई तक 110 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। 199 लोग घायल हुए हैं। 35 लोग अभी भी लापता हैं। इस दाैरान 45 लोगों की सड़क हादसों में माैत हुई है। बादल फटने, भूस्खलन, बाढ़ से अब तक 1356 कच्चे-पक्के घरों, दुकानों को क्षति हुई है। 915 गोशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। 1272 पालतु पशुओं की माैत हुई है। नुकसान का कुल आंकड़ा 1,22,038.37 लाख रुपये पहुंच गया है।
माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य में 24 जुलाई तक बारिश का दाैर जारी रहेगा। 19 और 20 जुलाई को कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। जबकि 18, 21, 22, 23 और 24 जुलाई को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। 21 से 23 जुलाई तक कई भागों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। 18, 20 और 24 जुलाई के लिए येलो अलर्ट है।
वहीं किन्नौर कैलाश यात्रा के आधिकारिक व्हाट्सएप समूह में क्यूआरटी टीम की ओर से साझा किए गए अपडेट के अनुसार, मेलिंग खटा के आसपास के क्षेत्र में लगातार भारी बारिश हो रही है। मौसम की स्थिति और तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आज किन्नौर कैलाश यात्रा रद्द कर दी गई है। अगले दो दिनों के दौरान अधिकतम व न्यूनतम तापमान में 2-5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है। इसके बाद, अगले 2-3 दिनों के दौरान तापमान में धीरे-धीरे 3-5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की संभावना है।