भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेल लाइन का 2,361 मीटर ट्रैक गोबिंद सागर झील पर बनेगा। 69 पिलरों पर दो वायाडक्ट बनाकर रेल ट्रैक तैयार किया जाएगा। वायाडक्ट का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। तीसरे चरण का कार्य बिलासपुर शहर के साथ लगते खैरियां गांव से शुरू हुआ। 1,471 मीटर लंबा पहला वायाडक्ट खैरियां से शुरू होगा, जो झील के ऊपर से लुहणू घाट, व्यास गुफा से होते हुए नौण तक बनेगा। वायाडक्ट 43 पिलरों पर बनेगा। नाले के नौण के पास से 436 मीटर तक अर्थ वर्क यानि जमीनी निर्माण कार्य किया जाएगा। 890 मीटर लंबा दूसरा वायाडक्ट मंडी भराड़ी के पास बन रही रेल लाइन की टनल नंबर-16 तक बनेगा। यह 26 पिलरों पर बनेगा। खैरियां के पास ही घुमारवीं-बिलासपुर मार्ग पर बने चांदपुर के पास रेलवे अंडर ओवर ब्रिज बनाया जाएगा। इस तरह से मंडी-भराड़ी से खैरियां तक कुल 3465 मीटर लंबा ट्रैक बनाया जाएगा। निर्माण कार्य एचजी इंफ्रा कंपनी करेगी। रेल विकास निगम ने कंपनी को 466 करोड़ रुपये का टेंडर दिया है। कंपनी को निर्माण कार्य 30 माह में पूरा करना होगा। बता दें कि तीसरे चरण में मंडी भराड़ी से बैरी तक रेल लाइन का काम होगा। अभी मंडी-भराड़ी से खैरियां-बध्यात तक का काम आवंटित हुआ है। इससे आगे बैरी तक भूमि अधिग्रहण हो रहा है। मंडी-भराड़ी से खैरियां तक भानुपल्ली-बैरी रेल लाइन के दो वायाडक्ट बनाए जाएंगे। इनका काम शुरू कर दिया है। दोनों वायाडक्ट इसलिए भी खास हैं, क्योंकि ये झील के ऊपर बन रहे हैं। निर्माण कार्य के लिए आधुनिक तकनीक और मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है