#परम पावन 34वें मठाधीश मेनरी ठ्रिज़िन रिनपोछे ने हिमाचल के महामहिम राज्यपाल से शिष्टाचार भेंट की|

हिमाचल न्यूज़ अलर्ट


हिमाचल प्रदेश के धौलांजी में स्थित विश्व प्रसिद्ध बोन धर्म के प्रमुख केन्द्र ‘पल शेनतन मेनरी लिङ’ (मेनरी मोनस्ट्री) का स्थापना सन् 1967 ई0 में पल शेनतन मेनरी लिङ के 33वें मठाधीश परम पावन लुङर्तोग तनपई ञिमा रिनपोछे जी ने ‘युङडुङ बोन धर्म’ के संस्कृति,  शिक्षा और ज्ञान के प्रचार-प्रसार तथा संरक्षण के उद्देश्य से किया था । युङडुङ बोन तिब्बत की प्रचीनतम धर्म है । जिसका प्रचार-प्रसार तिब्बत में जङजुङ साम्राज्य में उत्पन्न ‘बुद्ध तोनपा शेनरब मिबोछे’ ने किया था ।

33वें  मठाधीश के परिनिर्वान के बाद वर्तमान में मेनरी मोनस्ट्री  के 34वें मठाधीश के आसन पर 1 जनवरी 2018 के दिन परम पावन लुङर्तोग दावा दरग्यस रिनपोछे जी का आसनाभिषेक मठ के परम्परा अनुसार हुआ था ।

तब से लेकर आप मठाधीश के आसन को सुशोभित करने के साथ-साथ अपने सभी प्रकार के दायित्वों का सम्यक रूप से निर्वहन करते आ रहें हैं । आज आपने हिमाचल प्रदेश के महामहिम राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से उनके निवास स्थान शिमला स्थित राजभवन में पधार कर शिष्टाचार भेंट की । 

रिनपोछे जी के साथ में देहरादून स्थित ‘लिशु इन्स्टिट्यूट’ आध्यात्मिक अध्यान संस्थान के अध्यक्ष किन्नौर जिला के गेशे थुबतन ज्ञालछ़न नेगी रिनपोछे जी, तथा ‘युङडुङ बोन मोनस्ट्रिक सेंटर सोसईटी’ धौलांजी के अध्यक्ष गेशे छ़ेवाङ ङोसडुब भी उपस्थित थे ।

जिन्होंने राज्यपाल को विश्व शान्ति के लिए मेनरी मोनस्ट्री में 11 से 27 अप्रेल 2024 तक आयोजित होने वाले मेनरी डुबछेन अनुष्ठान (मेनरी गोनपा के भव्य चिकित्सा अनुष्ठान) के शुभारंभ के शुभ आवसर पर 11अप्रेल के दिन मुख्य अतिथि के रूप में धौलांजी स्थित पल शेनतन मेनरी लिङ (मेनरी मेनस्ट्री) पधारने हेतु निमंत्रण भेंट की ।

मेनरी डुबछेन अनुष्ठान आयोजन करने की परम्परा यह रहा है कि मेनरी के प्रत्येक मठाधीश को अपने जीवन काल में एक ही बार मेनरी डुबछेन अथवा मनडुब छेनमो अनुष्ठान का आयोजन करना पड़ता है ।

जिसके तहत वर्तमान में मेनरी के 34वें मठाधीश परम पावन लुङर्तोग दावा दरग्यस रिनपोछे जी उपरोक्त विशिष्ट अनुष्ठान को विश्व शान्ति के उद्देशय से आयोजित करने जा रहे हैं । इस विशिष्ट मेनरी डुबछेन अनुष्ठान के अवसर पर देश-विदेश से अनेक गणमान्य तथा श्रद्धलुओं के उपास्थित होने की संभवना है ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *