राज्य लोकसेवा आयोग के सचिव देवेंद्र कुमार रतन ने बताया कि 1 अक्तूबर, 2023 को एचएएस की प्रारंभिक परीक्षा हुई थी। 13 दिसंबर से 19 दिसंबर, 2023 तक मुख्य परीक्षा हुई। मुख्य परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों के 4 से 6 मार्च तक साक्षात्कार लिए गए। उन्होंने बताया कि सात अभ्यर्थियों को चयनित घोषित किया गया है।
हिमाचल प्रदेश को सात नए एचएएस अफसर मिल गए हैं। राज्य लोकसेवा आयोग की ओर से घोषित राज्य प्रशासनिक सेवा की संयुक्त परीक्षा 2023 का परिणाम में अनमोल ने परीक्षा में टॉप किया है। मंडी के रहने वाले अनमोल वर्तमान में खंड विकास अधिकारी टुटू के पद पर कार्यरत हैं। दूसरे स्थान पर जिला बिलासपुर के श्रीनयनादेवी की हिमानी शर्मा रही हैं। आयोग ने 11 पदों के लिए परीक्षा ली थी। पात्र उम्मीदवार नहीं मिलने पर एचएएस और एचपीएस के दो-दो पद रिक्त रह गए हैं।
राज्य लोकसेवा आयोग के सचिव देवेंद्र कुमार रतन ने बताया कि 1 अक्तूबर, 2023 को एचएएस की प्रारंभिक परीक्षा हुई थी। 13 दिसंबर से 19 दिसंबर, 2023 तक मुख्य परीक्षा हुई। मुख्य परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों के 4 से 6 मार्च तक साक्षात्कार लिए गए। उन्होंने बताया कि सात अभ्यर्थियों को चयनित घोषित किया गया है। अनमोल, हिमानी शर्मा, अनुभव तंवर, कार्तिक डोगरा, करणवीर सिंह, नेहा नेगी और योगेश का चयन एचएएस अधिकारी के तौर पर किया गया है।
रामपुर उपमंडल की बोंडा पंचायत के घराट सराहन की नेहा नेगी एचएएस अधिकारी बन गई हैं। नेहा नेगी रामपुर खंड की पहली महिला है, जिन्होंने एचएएस की परीक्षा पास की है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा केंद्रीय विद्यालय बोंडा सराहन से की। नेहा ने जमा दो की पढ़ाई शिमला और स्नातक एमए की पढ़ाई डीएवी चंडीगढ़ से की।
नेहा के पिता मंगल नेगी छत्तीसगढ़ आईटीबीपी में कार्यरत हैं और माता लीला नेगी गृहिणी हैं। नेहा नेगी ने एचएएस परीक्षा पास करने के बाद फोन पर बताया कि वो खुद ही तैयारी कर रही थीं और उन्हें चौथे प्रयास में यह कामयाबी मिली है। उन्होंने युवाओं को संदेश दिया कि निरंतर कोशिश करते रहना चाहिए। अगर हमारे अंदर जज्बा है, तो एक न एक दिन हम जरूर सफल होंगे। पिता मंगल नेगी, माता लीला नेगी, चाचा गोविंद नेगी ने बेटी की इस उपलब्धि पर बधाई दी है।
ट्रक चालक के बेटे ने एचएएस परीक्षा की पास, अब बनेंगे एसडीएम
उपमंडल करसोग के क्यारगी लोअर गांव के योगेश कुमार ने एचएएस की परीक्षा पास पास कर नाम रोशन किया है। योगेश साधारण परिवार से हैं। उनके पिता रामलाल ट्रक ड्राइवर हैं जबकि माता गृहिणी है। योगेश ने तीसरे चांस में बिना किसी कोचिंग के हिमाचल प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन की परीक्षा पास की है। इससे पहले भी उन्होंने दो बार परीक्षा पास की थी, लेकिन साक्षात्कार में रह गए थे। योगेश की प्रारंभिक शिक्षा विद्या भारती स्कूल करसोग से हुई। 12वीं की पढ़ाई मॉडल पब्लिक स्कूल करसोग से हुई। सेंट्रल यूनिवर्सिटी धर्मशाला से एमएससी की है। योगेश की कामयाबी पर घर पर बधाइयों का तांता लग गया है।