हमीरपुर जिले में स्वास्थ्य खंड टौणी देवी के तहत पांच से अधिक गांव के लोग उल्टी-दस्त की चपेट में आने के बाद अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों का आंकड़ा 300 पार हो गया है।
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में स्वास्थ्य खंड टौणी देवी के तहत पांच से अधिक गांव के लोग उल्टी-दस्त की चपेट में आने के बाद अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों का आंकड़ा 300 पार हो गया है। अस्पताल में बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। अधिकतर मरीज ग्वारडू, लोआखर, टौणी देवी, चाहड़, टपरे, बारी, महाड़े, घलोट, सिसवा, भारी, खंदेहड़ा, लडयोह, झनिककर गांवों से संबंधित हैं।
मरीजों ने जल शक्ति विभाग के पेयजल टैंकों पर सवाल उठाए। वहीं, सोमवार को जल शक्ति विभाग और स्वास्थ्य विभाग की टीमें फील्ड में उतरीं। जल शक्ति विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने क्षेत्र के अलग-अलग हिस्सों से पानी के सैंपल भरे हैं। इनमें कुछ सैंपल पुराने जल स्त्रोतों, बावड़ियों आदि के भी भरे गए हैं। जल शक्ति विभाग के बारी सेक्शन के कनिष्ठ अभियंता नितिन भारद्वाज ने कि कुल छह सैंपल भरे गए हैं।
रिपोर्ट आने पर ही सही स्थिति का पता चलेगा । जल शक्ति विभाग ने अपने सभी पेयजल टैंकों में ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव भी किया है। इस क्षेत्र के कई गांव में पानी पीने के बाद यह लोग डायरिया की बीमारी से ग्रसित हो गए। सिविल अस्पताल टौणी देवी में 15 लोगों को भर्ती किया गया है। अब तक 300 से अधिक मरीज सामने आ चुके हैं। कई लोग निजी क्षेत्र में भी उपचार करवा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग को भी इसकी रिपोर्ट मिलते ही स्थिति पर कंट्रोल करने के लिए विभाग ने अलग-अलग टीमें बनाकर इन गांवों में भेजीं। बीएमओ डॉक्टर अवनीत शर्मा ने कहा कि लोगों से बात की गई है और स्थिति पूरी तरह कंट्रोल में है। इसे डायरिया फैलने की बात नहीं कहा जा सकता क्योंकि मरीज कम हैं। कर्मचारियों को गांवों में भेजा गया है, जहां लोगों को दवाइयां वितरित की जा रही हैं स्थिति पूरी तरह कंट्रोल में है।