एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) मॉडल पर आधारित प्रणाली भूकंप की पहले ही निवासियों को चेतावनी देगी और आधारभूत ढांचे की निगरानी करेगी।
भूकंप की चेतावनी देने के लिए नई तकनीक ईजाद की गई है। एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) मॉडल पर आधारित प्रणाली भूकंप की पहले ही निवासियों को चेतावनी देगी और आधारभूत ढांचे की निगरानी करेगी। आवासीय क्षेत्रों में 10-12 घरों के लिए एक सिस्टम लगाया जा सकता है।
अरहास कंपनी ने यह तकनीक बनाई है। एआई से लैस भूकंप जोखिम प्रबंधन प्रणाली के दो प्रमुख तत्व हैं। इसमें एकीकृत ढंग से आधारभूत ढांचे की निगरानी एसएचएम (स्ट्क्चर हेल्थ मॉनिटरिंग) और भूकंप की जल्दी चेतावनी ईईडब्ल्यू (ईअरली अर्थक्यूक वार्निंग) शामिल हैं।
एसएचएम सिस्टम सातों दिन 24 घंटे आधारभूत ढांचे की निगरानी सुनिश्चित करते हैं। 60 सेकेंड में आकलन रिपोर्ट तैयार करती है और समय रहते उसे दिखाती है। इसके साथ ही ईईडब्ल्यू सिस्टम भूकंप के पहले और बाद में आने वाले झटकों की 60 सेकेंड में जानकारी के लिए एआई को तैनात करता है।
भूकंप के बाद आकलन और मूल्यांकन रिपोर्ट भी यह सिस्टम बनाता है। अराहास के एआई डेवलपर ओरोबिंद उपाध्याय ने बताया कि जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर के कई राज्यों के व्यावसायिक कांप्लेक्स में इस तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। हिमाचल सरकार से भी तकनीक का उपयोग शिमला के सचिवालय और नए बस अड्डे में करने के लिए बात की जा रही है।