सीआईडी मुख्यालय ने जिलों के पुलिस अधीक्षकों और थाना प्रभारियों को पत्र लिखकर मंत्रियों और विधायकों को धमकी संबंधित जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कहा है।
हिमाचल प्रदेश के सियासी घटनाक्रम के बीच 49 विधायकों की सुरक्षा बढ़ाई जा सकती है। इनमें सात मंत्री भी शामिल हैं। सीआईडी मुख्यालय ने जिलों के पुलिस अधीक्षकों और थाना प्रभारियों को पत्र लिखकर मंत्रियों और विधायकों को धमकी संबंधित जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कहा है। सीआईडी की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि अगर इन्हें धमकियां आ रही हैं तो इस बारे जानकारी साझा करें।
सूची में सात मंत्रियों में स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, टीसीपी मंत्री राजेश धर्माणी और आयुर्वेद मंत्री यादवेंद्र गोमा का नाम शामिल है। इसके अलावा कांग्रेस और भाजपा के विधायकों के नामों का भी जिक्र किया गया है। सीआईडी की ओर से ये पत्र जारी किया गया है।
हिमाचल प्रदेश में सियासी घमासान चल रहा है। विधानसभा से अयोग्य घोषित किए गए कांग्रेस के छह विधायक दिल्ली में हैं। वहीं, निर्दलीय विधायकों ने शुक्रवार को विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि पुलिस मुख्यालय ने विधानसभा अध्यक्ष की सिक्योरिटी पहले ही बढ़ा दी है। सीआईडी को ये भी जानकारी मिल रही है कि कई विधायकों को धमकियां मिल रही है।
सूची में इनके नाम शामिल
अजय सोलंकी, अनिल शर्मा, अनिरुद्ध सिंह, आशीष बुटेल, बलवीर वर्मा, भवानी सिंह पठानिया, भुवनेश्वर गौड, चंद्र कुमार, चंद्रशेखर, डीएस ठाकुर, दिलीप ठाकुर, दीपराज, धनीराम शांडिल, हंसराज, हरीश जनारथा, इंद्र सिंह गांधी, जगत सिंह नेगी, जनक राज, जीत राम कटवाल, केवल सिंह पठानिया, किशोरी लाल, कुलदीप सिंह पठानिया, लोकेंद्र कुमार, नीरज नैयर, पवन काजल, प्रकाश राणा, पूर्ण चंद ठाकुर, आरएस बाली, राजेश धर्माणी, राम कुमार, रणवीर सिंह निक्का, रणधीर शर्मा, रीना कश्यप, संजय अवस्थी, सतपाल सिंह सत्ती, सुखराम चौधरी, सुरेंद्र सिंह ठाकुर, सुरेंद्र शौरी, सुरेश ठाकुर, त्रिलोक जम्वाल, विक्रमादित्य सिंह, विनय कुमार, विनोद कुमार, विनोद सुलतानपूरी, विपिन सिंह परमार और यादवेंद्र गोमा का नाम शामिल है।