जपा कार्यकर्ता अब अनुराग के लिए प्रचार करते-करते मतदाताओं के घर द्वार पहुंच रहे हैं, इसके विपरित कांग्रेसियों को अभी अपना दूल्हा (प्रत्याशी) नहीं मिल पाया है।
संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में भाजपा 13 मार्च को अनुराग सिंह ठाकुर को प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतार चुकी है। इतना ही नहीं, भाजपा कार्यकर्ता अब अनुराग के लिए प्रचार करते-करते मतदाताओं के घर द्वार पहुंच रहे हैं, इसके विपरित कांग्रेसियों को अभी अपना दूल्हा (प्रत्याशी) नहीं मिल पाया है। भाजपा ने अनुराग ठाकुर को लगातार पांचवीं बार टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है। कांग्रेस सियासी दिग्गजों के बावजूद असमंजस में है। भाजपा प्रत्याशी तय होने के 15 दिन बाद भी कांग्रेस में टिकट की उलझन है। हमीरपुर से कांग्रेस की ओर से किसी बड़े दिग्गज ने टिकट के लिए आवेदन नहीं किया है। 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर ने टिकट के लिए इच्छा जाहिर नहीं की है।
बताया जा रहा है कि ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर से ताल्लुक रखने वाले पांच नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया है। कुछ अन्य नेता भी दौड़ में हैं, लेकिन अनुराग ठाकुर के सामने किसे उतारा जाए, यह कांग्रेस हाईकमान तय नहीं कर पा रहा। कुल मिलाकर भाजपा प्रचार में पूरी तरह से सक्रिय हो गई है, वहीं कांग्रेस के कार्यकर्ता अभी भी चुनावी चेहरे के इंतजार हैं। वहीं, कांग्रेस के लिए लोकसभा चुनावों के साथ ही सुजानपुर, बड़सर, गगरेट और कुटलैहड़ में होने वाले उपचुनाव के लिए भी टिकट आवंटन किसी चुनौती कम नहीं होगा।
निर्दलियों ने बढ़ाईं दोनों दलों के नेताओं की मुश्किलें
निर्दलियों ने भाजपा में शामिल होकर दोनों दलों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। आजाद विधायक आशीष शर्मा के भाजपा में शामिल होने के बाद चुनावी दृष्टि से सक्रिय युवा भाजपा नेता नवीन शर्मा को झटका लगा है। हालांकि गत चुनावों के प्रत्याशी रहे नरेंद्र ठाकुर ने चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया है। ऐसे में भाजपा की तरफ से आशीष शर्मा की ओर से बगावत फिलहाल नहीं दिख रही है। वहीं, देहरा विस क्षेत्र में भी हालात कुछ हद तक विपरीत हैं। यहां पर भी पूर्व विधायक रमेश धवाला भी अपनी पार्टी पर तल्ख नजर आ रहे हैं। हालांकि दो दफा से जीत से होशियार सिंह क्षेत्र में अपनी पकड़ को साबित कर चुके हैं।
बागियों ने बिगाड़े समीकरण
भाजपा में बड़सर और सुजानपुर में गत विस चुनावों के प्रत्याशी फिलहाल शांत हैं, लेकिन कांग्रेस के बागियों का टिकट फाइनल हो जाने पर अब भाजपा में इन क्षेत्रों में बगावत की संभावनाओं को नकारा नहीं जा सकता है। लोकसभा चुनावों में जनसंपर्क के बहाने संभावित प्रत्याशी उपचुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। बड़सर में गत चुनावों में भाजपा से बागी होकर चुनाव लड़ने वाले संजीव शर्मा फिर जनसंपर्क में जुट गए हैं। पूर्व मंत्री वीरेंद्र कंवर ने चुनाव लड़ने की बात हाल में ही की है। इसे देखते हुए कुटलैहड़ में भी भाजपा के लिए उपचुनाव की राह आसान नहीं होगी।
पांच साल के कार्यालय
में सड़क और रेल परियोजनाओं के लिए करोड़ों रुपये स्वीकृत हुए हैं। स्वास्थ्य, शिक्षा, हर संसदीय क्षेत्र में खेल महाकुंभ, सांसद मोबाइल स्वास्थ्य सेवा चलाकर हजारों लोगों को लाभ दिया गया है। भाजपा सरकार ने पांच साल में वादों से बढ़ कर कार्य हिमाचल व देश के लिए किए हैं। -अनुराग ठाकुर, केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा प्रत्याशी हमीरपुर सीट
लोकसभा चुनाव में किसे चेहरा बनाना है यह पार्टी हाईकमान तय करेगा। बिना फंड के चुनाव लड़ना मुश्किल है। कांग्रेस के खाते सीज कर दिए गए हैं। धनबल से लबरेज भाजपा को चुनौती देने के लिए चुनाव लड़ने लायक संसाधन जरूरी है। केंद्रीय मंत्री अनुराग व भाजपा सरकार का कार्यकाल घोषणाओं तक ही सीमित रहा है। -रामलाल ठाकुर, पूर्व मंत्री एवं पूर्व प्रत्याशी
पूर्व विधायक रायजादा, पटियाल के नाम पर चर्चा
कांग्रेस की ओर से हमीरपुर सीट से टिकट की दौड़ में ऊना से पूर्व विधायक सतपाल रायजादा और लेफ्टिनेंट कर्नल (सेवानिवृत्त) धमेंद्र सिंह पटियाल के नाम की चर्चा भी है। यह इलाका सैनिक और पूर्व सैनिक परिवार बहुल है। हाईकमान के पास टिकट के लिए आवेदन करने वालों में घुमारवीं के तरौन गांव के जोगिंदर सिंह, रौड़ा सेक्टर बिलासपुर के सबरदीन, भोरंज बस्सी गांव के सहकारी प्राथमिक कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक अध्यक्ष रामचंद्र पठानिया और कैप्टन अतुल शर्मा भी शामिल हैं।
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र
धूमल भी उतरे प्रचार में, कांग्रेस से सुक्खू खुद संभाले हैं मोर्चा
भाजपा की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने भी बेटे अनुराग ठाकुर के लिए मोर्चा संभाल लिया है। वह कार्यकर्ता सम्मेलनों और बैठकों में हिस्सा ले रहे हैं। दूसरी ओर अभी प्रत्याशी को लेकर उधेड़बुन चल रही है और विधायकों की बगावत के बाद डैमेज कंट्रोल के प्रयास किया जा रहे हैं। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू खुद अकेले मोर्चा संभाले हुए हैं। जिले के पिछले कुछ दौरों में वह मंच से लोकसभा चुनाव के लिए समर्थन मांगते हुए नजर आए हैं। जिला कांग्रेस कमेटी हमीरपुर की तरफ से जनसंपर्क के अभियान चलाए गए हैं।
टिकट तय करना पार्टी हाईकमान के अधिकार क्षेत्र में है। यदि मुझे हाईकमान मौका देता है तो जरूर चुनाव लड़ूंगा। -सतपाल रायजादा, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक
केंद्र सरकार को जनता देगी जवाब : भारती
जिला कांग्रेस कमेटी हमीरपुर के अध्यक्ष सुमन भारती का कहना है कि पार्टी लोकसभा और उपचुनावों के लिए तैयार है। लोकसभा चुनाव में केंद्र सरकार को प्रदेश की जनता आपदा के दौरान की गई प्रदेश की अनदेखी का जवाब देगी। उपचुनाव में हमीरपुर जिला की जनता धोखा देने वालों को मुंहतोड़ जवाब देगी।
विकास की बदौलत जीतेंगे हम : देशराज
हमीरपुर भाजपा अध्यक्ष देशराज शर्मा का कहना है कि लोकसभा के लिए प्रचार लंबे समय से जारी है। अब उपचुनाव के लिए भी पार्टी तैयार है। केंद्र सरकार की उपलब्धियां लोगों के बीच में पहुंचाई जा रही है। प्रदेश में पिछले 5 साल में अभूतपूर्व विकास कार्य केंद्र ने करवाए हैं। इनकी बदौलत एक बार फिर से भाजपा जीत हासिल करेगी।
उपचुनाव में भी होगी दिग्गजों की अग्निपरीक्षा
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू, उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, कैबिनेट मंत्री राजेश धर्माणी इस संसदीय क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं। लोकसभा के साथ छह सीटों पर उपचुनाव घोषित हैं, ऐसे में सत्तासीन कांग्रेस के बड़े चेहरों की चुनाव में अग्निपरीक्षा होना तय है। वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल की प्रतिष्ठा भी यहां दांव पर होगी। हमीरपुर में तीन, ऊना में दो और कांगड़ा के देहरा विस क्षेत्र में उपचुनाव होना है।