लोकसभा चुनावों के दौरान किस बूथ पर कितने बजे कितना मतदान हुआ है, चुनाव आयोग को इसकी सटीक जानकारी मिलेगी।
हिमाचल प्रदेश में 1 जून को चार सीटों के लिए होने वाले लोकसभा चुनावों के दौरान किस बूथ पर कितने बजे कितना मतदान हुआ है, चुनाव आयोग को इसकी सटीक जानकारी मिलेगी। चुनावों में इंटरनेट पर आधारित हाईटेक पीडीएम सिस्टम के जरिये मतदान को लेकर लगातार अलर्ट प्राप्त होंगे। लोकसभा चुनावों के लिए प्रदेश में स्थापित होने वाले करीब 8000 मतदान केंद्रों से पल पल की अपडेट चुनाव आयोग को मिलती रहेगी। हर दो घंटे बाद चुनाव आयोग को मिलने वाली पोलिंग डे रिपोर्ट में मतदान प्रतिशत का रियल टाइम अपडेट मिलेगा।
कितने पुरुष, महिला और तृतीय लिंग मतदाता मतदान कर चुके हैं, इसका पूरा ब्योरा दर्ज होगा। यदि किसी बूथ पर ईवीएम खराब होती है या किसी अन्य कारण से मतदान प्रभावित होता है तो जानकारी मिलते ही चुनाव आयोग पुन: मतदान शुरू करवाने की तुरंत व्यवस्था करेगा। पीठासीन अधिकारी पीडीएम सिस्टम के जरिये बूथ से सीधे डेटा एंट्री कर सकेंगे। अब तक फोन कॉल के माध्यम से चुनाव आयोग के नियंत्रण कक्ष में वोटिंग प्रतिशत नोट करवाया जाता है। मतदान दल के रवाना होने से लेकर मतदान सामग्री जमा होने तक का पूरा ब्योरा चुनाव आयोग को मिलता रहेगा।
हर दो घंटे के बाद मिलेगी मत प्रतिशत की जानकारी
मतदान के दिन हर दो घंटे बाद मत प्रतिशत की जानकारी प्राप्त की जाएगी। सुबह 7 बजे मतदान शुरू होगा, पहली अपडेट सुबह 9 बजे इसके बाद 11 बजे फिर 1, 3 और 5 बजे रियल टाइम अपडेट दर्ज होगी। 6 बजे के बाद पंक्तियों में कितने लोग खड़े हैं, इसकी जानकारी भी दर्ज की जाएगी और मतदान कितने बजे खत्म हुआ यह भी रिकार्ड होगा।
चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता के लिए इंटरनेट पर आधारित पीडीएम सिस्टम का इस्तेमाल होगा। किस बूथ पर कितनी वोटिंग हुई है इसकी रियल टाइम जानकारी प्राप्त होगी। किसी कारण से मतदान प्रक्रिया प्रभावित होने की सूचना भी तुरंत आयोग को मिलेगी और बिना समय गवाएं मतदान प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू करने का प्रयास होगा। – मनीष गर्ग, राज्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी
शिमला में बनाया केंद्र, यहां से प्रदेश में भेजे जाएंगे मतपत्र
आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पहली बार प्रदेश मुख्यालयों पर राज्य स्तरीय क्लीयरिंग सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं। निर्वाचन आयोग की ओर से मतदान कर्मियों के लिए मतपत्र से मतदान की व्यवस्था में किए गए बदलाव के बाद क्लीयरिंग सेंटर की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई है। शिमला स्थित आईटीआई चौड़ा मैदान में क्लीयरिंग सेंटर स्थापित किया जा रहा है। यहां मतदान कर्मियों को दिए जाने वाले मतपत्रों का आदान-प्रदान होगा। चुनावों में पहली बार इस तरह की व्यवस्था हो रही है इसलिए जिला निर्वाचन अधिकारी अनुपम कश्यप टीम के साथ खास एहतियात बरत रहे हैं। लोक सभा चुनावों में प्रदेश में करीब 55,000 मतदान कर्मी सेवाएं देंगे।
चुनाव कर्मियों के मतदान की प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। पहले मतदान कर्मियों को बैलेट पेपर दिए जाते थे और मतदान केंद्र पर पोस्टल बैलेट से वोट डालते थे। इस बार मतदान से पूर्व प्रशिक्षण के दौरान मतदान कर्मी राजपत्रित अधिकारी से स्व प्रमाणित घोषणा पत्र का सत्यापन कर मतदान करेंगे। राज्य स्तरीय क्लीयरिंग सेंटर में प्रदेश की सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों के चुनाव अधिकारियों को 22 और 28 मई को मतपत्र उपलब्ध करवाए जाएंगे। एआरओ मतपत्रों पर चुनाव कर्मियों से मतदान करवाएंगे और 2 जून को मतपत्र वापस राज्य स्तरीय क्लीयरिंग सेंटर में जमा कर संबंधित मतगणना केंद्रों पर भेजे जाएंगे। चौड़ा मैदान आईटीआई में 68 अधिकारियों और करीब 250 कर्मचारियों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है।