कांग्रेस ने प्रत्याशियों की एक और लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में कांग्रेस पार्टी ने कांगड़ा लोकसभा सीट से आनंद शर्मा का नाम घोषित किया है। साथ ही हमीरपुर लोकसभा सीट से सतपाल रायजादा को उम्मीदवार बनाया है।
हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने बड़ा दांव खेलते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा को कांगड़ा संसदीय सीट से पार्टी प्रत्याशी घोषित किया है। मंगलवार शाम को कांग्रेस हाईकमान ने जिला कांगड़ा के सभी विधायकों की सहमति लेने के बाद ब्राह्मण नेता आनंद शर्मा को चुनाव मैदान में उतारने की घोषणा की। राज्यसभा में विपक्ष के उप नेता रह चुके आनंद का अब भाजपा प्रत्याशी राजीव भारद्वाज से मुकाबला होगा।
वहीं, हमीरपुर संसदीय सीट से पार्टी ने पूर्व विधायक सतपाल रायजादा को प्रत्याशी बनाया है।रायजादा को प्रत्याशी बनाए जाने की शुरू से ही अटकले थीं, लेकिन पार्टी बीच में उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के नाम पर भी विचार कर रही थी। मुकेश के चुनाव लड़ने से इन्कार करने के बाद पार्टी ने भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को चुनौती देने के लिए ऊना से पूर्व विधायक रहे सतपाल रायजादा को ही चुनाव मैदान में उतारने का फैसला लिया। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव संगठन केसी वेणुगोपाल की ओर से दोनों प्रत्याशियों के नामों की सूची जारी की गई।
पूर्व केंद्रीय मंंत्री आनंद शर्मा पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। राजधानी शिमला से संबंध रखने वाले आनंद शर्मा अभी तक राज्यसभा के मार्फत ही मनमोहन सिंह की दो सरकारों में केंद्रीय मंत्री का पद संभाल चुके हैं। हिमाचल प्रदेश और राजस्थान से दो-दो बार राज्यसभा सदस्य रह चुके आनंद की छवि राष्ट्रीय स्तर के नेता की रही है। इससे पहले आनंद शर्मा शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्र से 1982 चुनाव लड़े थे, जिसमें उन्हें भाजपा के प्रत्याशी से हार का सामना करना पड़ा था।
71 वषीय आनंद की मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के साथ काफी नजदीकियां हैं। सुक्खू को प्रदेश की राजनीति में आगे बढ़ाने में आनंद शर्मा की अहम भूमिका मानी जाती है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव को पूरी गंभीरता से लड़ने का फैसला लिया है। किसी भी सीट पर कमजोर प्रत्याशी नहीं देने की योजना के तहत ही आनंद शर्मा का चयन कांगड़ा संसदीय सीट से चुनाव लड़ने के लिए किया गया है। आनंद शर्मा को चुनाव लड़़ाने से पहले पार्टी हाईकमान ने सभी विधायकों की राय भी ली है। प्रदेश कांग्रेस की सहमति होने के बाद पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी बनाकर सभी को चौंकाते हुए भाजपा को भी कड़ी चुनौती दे दी है।
उधर, संसदीय क्षेत्र हमीरपुर से कांग्रेस ने सतपाल रायजादा को प्रत्याशी बनाकर मुख्यमंत्री सुक्खू, उप मुख्यमंत्री मुकेश और कैबिनेट मंत्री राजेश धर्माणी की जवाबदेही भी तय कर दी है। हमीरपुर इन तीनों बड़े नेताओं का गृह संसदीय क्षेत्र है। दूसरी ओर, धर्मशाला, बड़सर और लाहौल-स्पीति में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशी तय करने को लेकर मंथन जारी है। संभावित है कि एक-दो दिन के भीतर इन प्रत्याशियों की सूची भी जारी हो जाएगी।
कौन हैं आनंद शर्मा
5 जनवरी, 1953 में शिमला में जन्मे आनंद शर्मा ने आरपीसीएएडीबी कॉलेज (अब आरकेएमवी) और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पढ़ाई की। एनएसयूआई के संस्थापक सदस्य रहे आनंद शर्मा 2006 से 2009 तक विदेश राज्य मंत्री, 2009 से 0214 तक केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग व कपड़ा मंंत्री, 8 जून 2014 से 2022 तक विपक्ष में उपनेता रहे।कौन हैं सतपाल रायजादा
23 अगस्त, 1970 को जन्म सतपाल रायजादा ने ऊना के सरकारी स्कूल से दसवीं पास की थी। कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रायजादा ने 2012 में पहली बार ऊना से विधानसभा चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में सत्ती को उन्होंने 3,196 वोटों से हराया था। रायजादा प्रदेश राफ्टिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं।