औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में स्थापित मसाला कंपनियों से सैंपल भरे हैं। पहले चरण में टीम ने चार सैंपल जांच के लिए चंडीगढ़ प्रयोगशाला में भेज दिए हैं।
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में स्थापित मसाला कंपनियों से सैंपल भरे हैं। पहले चरण में टीम ने चार सैंपल जांच के लिए चंडीगढ़ प्रयोगशाला में भेज दिए हैं।खाद्य सुरक्षा अधिकारी अनुज शर्मा की अध्यक्षता में टीम ने सोलन के बद्दी से लाल मिर्च का एक, हल्दी का एक और धनिया पाउडर के दो सैंपल लिए हैं। आगामी दिनों में भी विभागीय टीम इसी प्रकार की कार्रवाई करेगी और मसालों के सैंपल लेगी।
वहीं हांगकांग और सिंगापुर में भारतीय मसालों में कीटनाशक का अधिक प्रयोग होने पर लगे प्रतिबंध के बाद प्रदेशभर में अभी तक करीब 101 सैंपल परीक्षण के लिए लिए गए हैं। इनकी रिपोर्ट भी आगामी दिनों में आने की उम्मीद है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने बीते दिनों से मसालों के सैंपल भरने की प्रक्रिया शुरू की। इसे अब जांच के लिए भी भेजा है। कुछ मसालों को प्रयोगशाला में भेजे करीब 14 दिन होने वाले हैं। विभागीय टीम ने प्रदेश के सोलन, मंडी, कांगड़ा और सिरमौर समेत अन्य जगह मसाला निर्माता कंपनियां हैं, जो तरह-तरह के मसालों का निर्माण कर रही है।
एथिलीन ऑक्साइड के मिश्रण का आरोप
मसालों में कीटनाशक एथिलीन ऑक्साइड के मिश्रण का आरोप लगा है। यह सेहत के लिए हानिकारक है। वहीं इसके सेवन से लोगों को कई प्रकार की बीमारियों का भी खतरा है। कीटनाशक पाए जाने पर बाहरी देशों ने प्रतिबंध लगा दिया। मसालों में इसकी अधिकता ब्रेस्ट कैंसर के खतरे का कारण बनने लगती है। अत्यधिक सेवन ब्रेन और नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचाने लगता है।
यह है मामला
गौर रहे कि हांगकांग और सिंगापुर में भारतीय मसालों की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं। दो नामी मसाला निर्माता कंपनियों के मसालों में जांच के बाद कीटनाशक के प्रयोग होने की अधिक मात्रा पाई गई है। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण की ओर से देश में भी इसकी जांच के आदेश दिए। इसके बाद प्रदेश में खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से मसाला निर्माता कंपनियों में दबिश दी गई और अलग-अलग मसालों के सैंपल भरे गए हैं। इसी कड़ी में प्रदेशभर में भी सैंपलिंग शुरू की गई है।
खजूर का सैंपल फेल
खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से भरे गए खजूर के सैंपल फेल हो गए हैं। यह सैंपल बीते दिनों बद्दी से भरे गए थे। इसके बाद इसे जांच के लिए कंडाघाट भेजा था। सैंपल परीक्षण के दौरान एफएसएसएआई के मानकों पर खरा नहीं उतरा। अब विभाग की ओर से संबंधित दुकानदार को नोटिस जारी किया जा रहा है। करीब 30 दिनों में संतोषजनक जवाब न आने पर कार्रवाई की जाएगी।