भाजपा जब जनता के वोट से सत्ता की कुर्सी नहीं हासिल कर सकी तो राजनीतिक मंडी में उन्होंने कांग्रेस के छह विधायकों को खरीदा और यह बिके हुए विधायक अब भाजपा से प्रत्याशी बने हुए हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने आपका वोट चुराया है। भाजपा जब जनता के वोट से सत्ता की कुर्सी नहीं हासिल कर सकी तो राजनीतिक मंडी में उन्होंने कांग्रेस के छह विधायकों को खरीदा और यह बिके हुए विधायक अब भाजपा से प्रत्याशी बने हुए हैं। यह बात सोमवार को शाहपुर के चंबी मैदान में आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कही।उन्होंने कहा कि इसलिए 1 जून को मतदान करते समय यह मत सोचना कि यह आम चुनाव है। मुख्यमंत्री की कुर्सी साढ़े तीन साल के लिए सुरक्षित है। यह सरकार बनाने के लिए चुनाव नहीं हो रहा। बल्कि भाजपा को सबक सिखाने के लिए चुनाव हो रहा है।
जिन्होंने आपकी भावनाओं को खरीदा है। सुक्खू ने कहा कि धनबल को सरकार नहीं, बल्कि जनता हरा सकती है। इसलिए इन चुनावों में धनबल हारेगा और जनबल जीतेगा। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी ने निचले हिमाचल और एक साधारण परिवार से मुख्यमंत्री बनाया। मेरे परिवार में कोई भी राजनीति में नहीं था। मुख्यमंत्री का पद सौंपने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाएं पहुंचनी चाहिए। किसान, महिलाओं और युवाओं तक को सरकार की योजनाओं से लाभांवित करना है।
उन्होंने कहा कि 15 माह में सरकार ने कर्मचारियों को ओपीएस दिया, युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा किए। जयराम ठाकुर की सरकार ने पिछले पांच साल में महज 20 हजार नौकरियां निकालीं और वह भी हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट लटकीं। लेकिन वर्तमान सरकार ने तत्परता के साथ इन मामलों का हल किया और अब युवाओं को रोजगार मिल रहा है। जयराम ठाकुर पिछले पांच साल में जनता का पैसा लुटाते रहे। सुक्खू ने कहा कि सरकार की दूसरी गारंटी महिलाओं को 1500 रुपये देने की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत चुनावों से पहले दो-दो हजार रुपये आ जाती है।
लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री चुनाव आयोग के पास महिलाओं के 1500 रुपये रोकने पहुंच गए। प्रदेश सरकार ने 2.37 लाख महिलाएं जिनकी पेंशन 1050 रुपये थी, उन्हें 1500 रुपये खाते में डाला। आज अगर चुनाव आयोग ने अनुमति दी तो 24 घंटे के भीतर उन महिलाओं के खाते में जमा करवाएंगे, जिन्होंने फार्म भर दिए हैं। नहीं तो अप्रैल और मई का एक साथ तीन हजार रुपये मिलेगा। 70 साल से अधिक उम्र के लोगों का 25 लाख रुपये तक स्वास्थ्य का खर्च प्रदेश सरकार उठाएगी।