हिमाचल प्रदेश में किन्नौर जिले की चीन सीमा से सटी सामरिक महत्व की कड़छम-सांगला-छितकुल सड़क का निर्माण अब बीआरओ (बॉर्डर रोड आर्गेनाइजेशन) करेगा। पहले इसे लोक निर्माण विभाग ने बनाना था। केंद्र सरकार ने बीआरओ को इसका जिम्मा सौंपा है। सड़क का कार्य जल्द शुरू हो, इसे लेकर केंद्र और हिमाचल सरकार के बीच औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं। सामरिक दृष्टि से यह सड़क बहुत महत्वपूर्ण है। सीमा तक असलहा और सेना के जवान इसी मार्ग से होकर जाएंगे। अभी यह सड़क ऊबड़-खाबड़ है।
अब सड़क को चौड़ा करने के साथ ही मेटलिंग और टारिंग की जानी है। कड़छम से छितकुल की दूरी 40 किलोमीटर है। इससे 20 किलोमीटर आगे चीन सीमा से सटी आईटीबीपी की दुमती पोस्ट है। सड़क की चौड़ाई सात मीटर की जानी है। तीखे मोड़ों को भी दुरुस्त किया जाना है। इससे आईटीबीपी के जवान भी सीमा तक जल्द पहुंच सकेंगे। वहीं स्थानीय लोगों को भी इसका फायदा होगा। दुमती से आईटीबीपी की इस पोस्ट से चीन सीमा सामने नजर आती है। बता दें कि दुमती पोस्ट के आसपास आबादी नहीं है। यहां से कुछ दूरी पर लोग रहते हैं।
नगस्ली में है चेक पोस्ट छितकुल से तीन किलोमीटर आगे आईटीबीपी की नगस्ली के पास एक चेक पोस्ट है। यहां पर आईटीबीपी के जवान तैनात रहते हैं। कामकाज के लिए आगे जाने वाले लोगों की इस चेक पोस्ट पर चेकिंग होती है। इसके बाद ही लोगों को आगे भेजा जाता है।
पहले इस सड़क को लोक निर्माण विभाग ने बनाना था। लेकिन, अब केंद्र ने इसे बीआरओ के सुपुर्द किया है। औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं- नरेंद्र पॉल, इंजीनियर इन चीफ लोक निर्माण विभाग