प्रदेश सरकार हिमाचल पथ परिवहन निगम से सेवानिवृत्त हुए कर्मचारियों की मांगों पर बिल्कुल भी गौर नहीं कर रही है, जिसके चलते सेवानिवृत्त पेंशनरों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसी मुद्दे को लेकर सेवानिवृत्त पेंशनरों ने ढालपुर में रोष-प्रदर्शन किया और डीसी कार्यालय के बाहर नारेबाजी भी की। मांगें पूरी नहीं होने की स्थिति में पेंशनरों ने भूख हड़ताल के साथ ही आत्मदाह करने की प्रबंधन को चेतावनी दी।
इस दौरान प्रदेश सरकार व निगम प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। हिमाचल परिवहन कल्याण मंच के प्रदेश महासचिव रूप चंद ने कहा कि सरकार उनकी मांगों पर गौर नहीं कर रही है। सरकार की ओर से आज तक आश्वासन ही मिले हैं। सरकार ने मांगें नहीं मानीं तो भूख हड़ताल करेंगे। इसके बाद भी बात नहीं बनी तो आत्मदाह का फैसला लिया जाएगा।
संघ के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सूद ने बताया कि फरवरी माह में भी एक मांग पत्र सरकार, परिवहन मंत्री को दिया गया था। उस पर भी कोई गौर नहीं किया गया। कई अन्य विभागों से सेवानिवृत कर्मचारियों को साल 2016 के वेतनमानों के तहत एरियर की पहली किश्त मिल चुकी है, लेकिन परिवहन निगम के पेंशनर अभी तक वित्तीय समस्या से जूझ रहे है। एक बार फिर से सरकार को मांग पत्र भेजा गया है|
और मांग रखी गई है कि नए वेतनमान के एरियर सहित 5, 10, 15 प्रतिशत, 65, 70 व 75 वर्ष पूर्ण करने वाले पेंशनरों को जल्द दिया जाए। पेंशनर के मेडिकल बिलों का भुगतान भी जल्द किया गया जाए और प्रत्येक पेंशनर को अब तक मिलने वाले एरियर की राशि की जानकारी दी जाए। सुरेंद्र सूद ने कहा कि न्यायालय द्वारा हुए निर्णयों को लागू करके पेंशनर की राशि का भुगतान किया जाए। अगर उसके बाद भी सरकार कोई निर्णय नहीं लेती हैं तो पेंशनर 25 जुलाई के बाद आगामी रणनीति के तहत कार्य करेंगे।