येलो अलर्ट के बीच बुधवार को रोहतांग दर्रा सहित ऊंची चोटियों में बर्फबारी हुई। राजधानी शिमला सहित अधिकांश जिलों में बादल छाए रहे। अधिकतम तापमान में कमी दर्ज हुई। सुबह और शाम के समय मौसम में ठंडक बढ़ गई है। हिमाचल के कई जिलों में वीरवार को भी बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है। 20 सितंबर से प्रदेश में मौसम साफ रहने का पूर्वानुमान है। प्रदेश में बुधवार शाम तक 32 सड़कें और 26 बिजली ट्रांसफार्मर ठप रहे।
जनजातीय जिला किन्नौर के निगुलसरी में बाधित राष्ट्रीय उच्च मार्ग-पांच करीब 24 घंटे बाद बहाल हुआ। मार्ग बहाल होते ही वाहनों की आवाजाही शुरू हुई और हजारों लोगों ने राहत की सांस ली। मंगलवार को दोपहर राष्ट्रीय उच्च मार्ग-पांच का करीब 65 मीटर हिस्सा पूरी तरह से ढह गया था। इस कारण एनएच पांच पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई थी। एनएच प्राधिकरण ने मंगलवार रात करीब 12 बजे तक बाधित एनएच को बहाल करने के लिए कार्य किया और बुधवार सुबह छह बजे से 12 बजे तक एनएच को बहाल करने में जुटा रहा। 65 मीटर ध्वस्त हुई सड़क को नई ट्रेस निकाल कर एनएच को बुधवार करीब 12 बजे यातायात के लिए बहाल किया। सेब और मटर से लदे वाहनों सहित अन्य वाहनों की आवाजाही अब शुरू हो गई है।
राजधानी शिमला में बुधवार को दिन भर बादल छाए रहे। शहर में दोपहर बाद बूंदाबांदी हुई। अन्य जिलों में मौसम मिलाजुला बना रहा। मंगलवार रात को शिमला में न्यूनतम तापमान 14.4, धर्मशाला में 17.9, ऊना में 21.2, नाहन में 22.1, सोलन में 18.6, मनाली में 14.2, कांगड़ा में 19.6, मंडी में 19.1 और बिलासपुर-चंबा में 21.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। मंगलवार रात को मंडी, जुब्बड़हट्टी, धर्मशाला, श्मिला, नाहन और मनाली में बादल बरसे।