उत्तर रेलवे के तहत हिमाचल प्रदेश की पहली ब्रॉडगेज लाइन के रेलवे स्टेशन ऊना को 34 साल के बाद दूसरा प्लेटफार्म नसीब हो पाया है। नई दिल्ली से चलकर हिमाचल तक आने वाली जनशताब्दी रेल पहली ऐसी रेल बनी जो स्टेशन के दूसरे प्लेटफार्म पर आकर रुकी। रेलवे स्टेशन ऊना पर रेलवे द्वारा लगातार किए जा रहे सुविधाओं के विस्तार का जायजा लेने के लिए उत्तर रेलवे के डिविजनल रेलवे मैनेजर मनदीप भाटिया अपनी पूरी टीम के साथ ऊना रेलवे स्टेशन पहुंचे।
इस मौके पर उन्होंने न केवल रेलवे स्टेशन बल्कि आसपास चल रहे निर्माण कार्य का जायजा भी लिया। इस मौके पर डीआरएम ने कहा कि साल 2020 में इस रेलवे स्टेशन पर दूसरे प्लेटफार्म का निर्माण कर दिया गया था, लेकिन लूप लाइन नहीं बनने के चलते इस प्लेटफार्म का यात्रियों को कोई भी लाभ नहीं मिल पा रहा था, लेकिन अब मंगलवार रात्रि इस रेलवे स्टेशन पर जनशताब्दी पहली ऐसी रेल सेवा रही, जो प्लेटफार्म नंबर दो पर आकर रुकी। अब इस रेलवे प्लेटफॉर्म का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है। रेल विस्तार को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए डीआरएम ने कहा कि मांग पर आधारित रेलवे विस्तार के लिए रेलवे पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
दौलतपुर चौक से तलवाड़ा तक रेलवे कनेक्टिविटी को लेकर डीआरएम ने कहा कि अगले साल तक इस काम के मुकम्मल होने की उम्मीद है। रेलवे स्टेशन नंगल में वाशिंग लाइन को बंद करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि दौलतपुर चौक में वाशिंग लाइन मंजूर की जा चुकी है और उस वाशिंग लाइन के बनने से नंगल की वाशिंग लाइन का कोई भी औचित्य नहीं रह जाएगा। उन्होंने कहा कि जहां पर अंडरपास बनाने के लिए स्थान की उपलब्धता है और वॉटर लॉगिंग की दिक्कत नहीं आती, वहां पर प्राथमिकता के तौर पर अंडरपास का निर्माण किया जाएगा।
प्रदेश के सबसे पुराने और पहले ब्रॉड गेज लाइन रेलवे स्टेशन में सुविधाओं के विस्तार को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मनदीप भाटिया ने कहा कि विस्तार एक निरंतर प्रक्रिया है और इसे समय और मांग के आधार पर पूरा किया जाता रहेगा, ताकि यात्रियों को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सके।