हिमाचल प्रदेश में एक सप्ताह तक माैसम साफ रहने के आसार हैं। माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य के सभी भागों में 9 नवंबर तक माैसम शुष्क बने रहने का पूर्वानुमान है। उधर, ताबो का न्यूनतम पारा माइनस व कुकुमसेरी में शून्य डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। राज्य में पोस्ट मानसून सीजन 1 अक्तूबर से 3 नंबवर तक सामान्य से 97 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। इस अवधि के दाैरान 26.5 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया, लेकिन वास्तव में 0.7 मिमी बारिश ही दर्ज हुई। बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कुल्लू, सिरमाैर व सोलन जिले में बारिश हुई ही नहीं। इससे इन क्षेत्रों में सूखे जैसे हालात हैं।
कहां कितना न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 12.0, सुंदरनगर 8.8, भुंतर 7.2, कल्पा 4.8, धर्मशाला 13.5, ऊना 10.0, नाहन 16.0, केलांग 3.2, पालमपुर 11.0, सोलन 9.4, मनाली 7.0, कांगड़ा 11.1, मंडी 11.3, बिलासपुर 11.9, हमीरपुर 10.6, चंबा 12.1, डलहाैजी 13.0, कुफरी 10.9, कुकुमसेरी 0.4, नारकंडा 8.6, भरमाैर 10.0, रिकांगपिओ 7.4, सीओबाग 7.0, समदो 4.9, बरठीं 9.4, कसाैली 15.1, ताबो -2.8, सैंज 9.3 व बजाैरा में 7.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
नवंबर में भी सितंबर जैसी गर्मी
बता दें, प्रदेश में ठंड के महीने नवंबर में भी सितंबर जैसी गर्मी का एहसास हो रहा है। शनिवार को ऊना, सोलन, केलांग और कांगड़ा में अधिकतम तापमान के पुराने रिकॉर्ड टूट गए। इन क्षेत्रों में अभी तक का नवंबर में सबसे अधिक पारा दर्ज हुआ है। वहीं, राजधानी शिमला में 29, सुंदरनगर में 16 और चंबा में 14 साल बाद नवंबर की धूप ने पसीना छुड़ा दिया। प्रदेश में माैसम साफ रहने से अधिकतम तापमान में और बढ़ोतरी होने के आसार हैं।
ऊना में शनिवार को अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस रहा। इससे पहले वर्ष 2000 में 33.1 सर्वाधिक था। सोलन में 28.7 डिग्री रहा, जो 2000 में 28.5 डिग्री था। केलांग में पारा 20.5 डिग्री रहा। यहां साल 2016 में 19.6 डिग्री पारा सबसे अधिक था। कांगड़ा में अधिकतम तापमान 29.1 डिग्री दर्ज हुआ। इससे पहले साल 2020 में 28.5 डिग्री तक पहुंचा था। उधर, राजधानी शिमला में 29 साल बाद अधिकतम तापमान 23 डिग्री और सुंदरनगर में 16 साल बाद पारा 29 डिग्री पहुंचा।