चैरिटेबल अस्पताल भोटा के गेट सोमवार को मरीजों के लिए खोल दिए गए हैं। यहां पर कुछ एक ओपीडी में मरीजों की जांच भी की गई है। अस्पताल खुलने के पहले दिन ही काफी संख्या में मरीज उपचार करवाने के लिए मेडिकल कॉलेज में पहुंचे हैं। जिन मरीजों को सर्जरी के लिए डेट दी गई थी अब व्यवस्था फिर से शुरू होने पर उन्हें अगली डेट दी गई है।
शीतकालीन सत्र के पहले दिन सरकार संशोधन विधेयक पेश करेगी: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने रविवार को ओक ओवर, शिमला में राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल भोटा से संबंधित भूमि हस्तांतरण के मामले पर चर्चा के लिए बैठक बुलाई और संशोधन विधेयक का मसौदा तुरंत तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल भोटा को राहत प्रदान करने तथा अस्पताल को कार्यशील रखने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अस्पताल को कार्यशील रखना चाहती है ताकि आसपास के निवासियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिलती रहें।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार धर्मशाला में 18 दिसंबर से शुरू होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन लैंड सीलिंग एक्ट में संशोधन के लिए विधेयक पेश करेगी। उन्होंने संशोधन विधेयक का मसौदा तुरंत तैयार करने तथा इसे मंत्रिमण्डल की आगामी बैठक प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हालांकि सरकार ने शुरू में संगठन को राहत देने के लिए अध्यादेश लाने पर विचार किया था, लेकिन विधानसभा सत्र के शीघ्र ही आयोजित होने के कारण संशोधन विधेयक पेश करना अधिक व्यवहार्य है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चैरिटेबल अस्पताल भोटा की भूमि से संबंधित मामला करीब एक दशक से अनसुलझा है। भाजपा के कार्यकाल के दौरान भी वर्ष, 2019 में इस मामले पर चर्चा हुई थी, राधा स्वामी सत्संग ब्यास ने तत्कालीन भाजपा सरकार से राहत की मांग भी की थी।
भोटा चैरिटेबल अस्पताल बीते कई सालों से चला हुआ है। इसके दायरे में कई पंचायतों के लोग सस्ता इलाज करवाने के लिए पहुंचते हैं, लेकिन पहली दिसंबर से अस्पताल के बंद होने का नोटिस लगाए जाने के बाद लोग भड़क गए जिसके बाद लोगों ने चक्का जाम कर धरना प्रदर्शन किया। लोगों ने प्रदेश सरकार से डेरा ब्यास प्रबंधन की मांग मानने की अपील करते हुए. अस्पताल को सुचारू रखने की अपील की।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि डेरा ब्यास प्रबंधन चाहता है कि वर्तमान में राधा स्वामी सत्संग ब्यास के तहत चल रहे चैरिटेबल ट्रस्ट के भोटा अस्पताल को ब्यास डेरा की ही सिस्टर कंसर्न अथवा ऑर्गेनाइजेशन महाराज जगत सिंह मेडिकल रिलीफ सोसायटी को ट्रांसफर किया जाए। इसके लिए सरकार से अनुमति लेनी होती है साथ ही लैंड सीलिंग एक्ट में बदलाव करना पड़ेगा।