अयोध्या में राम लला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन 22 जनवरी को देशभर में दीपावली मनेगी। हिमाचल की सांस्कृतिक राजधानी और छोटी काशी के नाम से प्रसिद्ध मंडी में भी इस आयोजन पर कई धर्मों के लोग दीये जलाकर खुशियां मनाएंगे। हिंदुओं के अलावा मुस्लिम व सिख समुदाय के लोग भी दीपावली मनाएंगे। जबकि ईसाई धर्म के लोगों ने भी इस आयोजन पर खुशी जताई है। नामधारी मुखी ठाकुर दलीप सिंह ने शुभ संदेश देते हुए कहा कि भारतीय मूल के पूरे विश्व में रह रहे सभी सज्जनों को 22 जनवरी को अपने घरों पर दीपावली की तरह दीपक जलाकर खुशी मनानी चाहिए।
भगवान श्री रामचंद्र किसी एक मजहब के नहीं, वह तो भारतीय संस्कृति के महानायक हैं। पास्टर सन्नी ईप्पन ने बताया कि लंबे समय से चल रहा विवाद थम गया है। यह हर किसी के लिए खुशी की घड़ी है। वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन राजबली ने कहा कि इस आयोजन पर मुस्लिम समुदाय भी शामिल होगा। धार्मिक स्थलों के साथ घरों में दीये जलाए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर साफ-सफाई की जाएगी। समाज एकजुट है, इसका संदेश देना बेहद जरूरी है।
वहीं, एमएन हुसैन ने कहा कि हर तरह की खुशी में शामिल होना चाहिए। हिंदुओं के त्योहार में मुस्लिम और मुस्लिम के त्योहार में हिंदू खुशियां मनाएं, यही भारत की खासियत है। पूरे भारत में खुशियां मनाई जा रही हैं। निश्चित तौर पर वह भी इस दिन अपने घर में दीये जलाएंगे। कहा कि इस पूरे आयोजन को राजनीतिक नजरिये न देखा जाए। वर्षाें से इस मुद्दे पर राजनीति हावी भारी रही है।
संत समाज और अन्य प्रमुख लोगों को मिले निमंत्रण
विश्व हिंदू परिषद के प्रदेशाध्यक्ष लेखराज राणा ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए संत समाज व अन्य प्रमुख लोगों को निमंत्रण दिए जा चुके हैं। सभी अपने खर्चे पर अयोध्या पहुंचेंगे। मौके पर ट्रस्ट की तरफ से रहने व भोजन की व्यवस्था की जाएगी। हिमाचल से करीब 65 धर्माचार्य व अन्य अयोध्या जाएंगे। सभी के 20 जनवरी तक अयोध्या पहुंचने की उम्मीद है। 23 जनवरी तक सभी को अयोध्या ही रहना होगा। मंदिरों में लाइव प्रसारण का प्रबंध किया जा रहा है। 22 जनवरी को दोपहर एक बजे पहली आरती होगी। कहा कि हर समुदाय को इस धार्मिक कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया गया है। मुस्लिम समुदाय से बहुत से लोगाें ने राम मंदिर बनने का स्वागत किया है। उन्होंने इस आयोजन में शामिल होने की सहमति दी है।