बर्फबारी के बाद शिमला में शुक्रवार को मौसम तो खुल गया लेकिन दुश्वारियां बढ़ गई हैं। शहर के सर्कुलर रोड सहित उपनगरों की कई सड़कें बर्फ जमने से फिसलन भरी हो गई हैं।
नए साल की पहली बर्फबारी के बाद शिमला में शुक्रवार को मौसम तो खुल गया लेकिन दुश्वारियां बढ़ गई हैं। शहर के सर्कुलर रोड सहित उपनगरों की सड़कें बर्फ जमने से फिसलन भरी हो गई हैं। सुबह से शहर में बसों की आवाजाही ठप है। लोग पैदल ही गिरते-फिसलते अपने गंतव्य की ओर रवाना हुए। खलीनी से टॉलैंड, छोटा शिमला, हिमलैंड, लिफ्ट मार्ग व लक्कड़ बाजार की सड़कें बर्फ जमने से शीशा बन गईं। इस कारण वाहनों की आवाजाही ठप रही है। लोग धक्का लगाकर गाड़ियों को निकालने का प्रयास करते रहे लेकिन सफलता नहीं मिली। सड़क पर जगह-जगह गाड़ियां फंसी रहीं। फिसलन इतनी ज्यादा है कि पैदल चलना भी किसी जोखिम से कम नहीं।
राजधानी में दूध, ब्रेड व अन्य रोजमर्रा की वस्तुओं की आपूर्ति नहीं पहुंच सकी। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं, सुबह एनएच 205 पर बनूटी से आगे शिमला के ट्रैफिक बंद हो गया। इससे निचले हिमाचल के आठ जिलों से राजधानी के लिए संपर्क कटा रहा। गुरुवार रात से ढांडा से आगे घनाहट्टी की ओर कई बसें, ट्रक, छोटे वाहन फंसे हुए हैं। रात को गिरी बर्फ से वाहनों के पहिए थम गए हैं। बनूटी-हीरानगर से आगे शिमला की ओर सड़क बंद है। इसके दोपहर तक खुलने की संभावनाएं हैं। रेलवे स्टेशन से आरटीओ तक लंबा जाम लग गया।
जिले में कई सड़कें बंद, कई गांवों में बिजली गुल
बर्फबारी के बाद जिले के कई उपमंडलों का राजधानी शिमला से संपर्क कट गया है। वीरवार को बर्फबारी से शिमला सर्किल के करीब 250 बिजली ट्रांसफार्मर और करीब 121 सड़कें बंद हो गईं। शिमला शहर के अलावा चौपाल, सुन्नी सहित ठियोग उपमंडल में करीब 250 बिजली ट्रांसफार्मर से आपूर्ति प्रभावित रही। हालांकि विद्युत बोर्ड का दावा है कि देर शाम तक अधिकतर ट्रांसफार्मर ठीक कर दिए हैं। कुपवी में 60 ट्रांसफार्मर बहाली का कार्य जारी है। जिला प्रशासन ने आपात स्थिति में लोग 112,1077, एवं 0177-2812344 नंबर जारी किया है। लोग इन नंबरों पर संपर्क कर मदद मांग सकते हैं। बर्फबारी के बाद शहर के अपर चक्कर में एचटी लाइन पर पेड़ गिर गया। शनान क्षेत्र में भी बुधवार रात को बिजली गुल हो गई। इस क्षेत्र में सुबह करीब 10 बजे बिजली आपूर्ति बहाल हुई। कई सब-स्टेशनों में लोड बढ़ने से बिजली कट भी लगते रहे। बोर्ड के अधीक्षण अभियंता लोकेश ठाकुर ने बताया कि बर्फबारी में देर शाम तक अधिकतर ट्रांसफार्मरों से बिजली आपूर्ति बहाल कर दी है।
कुछ ट्रांसफार्मर अभी भी बंद पड़े हैं। इन्हें शुक्रवार तक ठीक किया जाएगा। लोक निर्माण विभाग के मुताबिक बर्फबारी के बाद शिमला सर्कल की करीब 121 सड़कें अवरूद्ध हुई हैं। इसमें शिमला डिवीजन के 5, शिमला ग्रामीण का 1, ठियोग डिवीजन के 85 और चौपाल डिवीजन की 30 सड़कें शामिल हैं। करीब 65 सड़कों को यातायात के लिए बहाल कर दिया है। इसके अलावा देर शाम तक 56 सड़कों से बर्फ हटाने का कार्य चला है। शिमला से रामपुर के लिए वाया धामी-बसंतपुर होकर बसें भेजी गई। इसके अलावा भारी बर्फबारी के कारण कुफरी, फागू, मशोबरा, नारकंडा, खड़ापत्थर, खिड़की और चौपाल-कुपवी में सड़कें बंद होने से लोगों की दुश्वारियां बढ़ी है। लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता दीपक राज चौहान ने बताया कि बंद सड़कों को बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया है। इसके लिए 25 जेसीबी, 3 रोबोट, 7 टिप्पर सहित मजदूर कार्य में जुटे हैं। संद
बर्फबारी के दौरान व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर को पांच सेक्टर में बांटा गया है। हर सेक्टर में संबंधित विभाग के अधिकारी की तैनाती की है। सेक्टर-1 में संजौली, छोटा शिमला, ढली, कुफरी, नालदेहरा। सेक्टर-2 में ढली, बाईपास, आईजीएमसी, लक्कड़ बाजार, टनल, कैथू, भराड़ी, चौड़ा मैदान, एजी ऑफिस, और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय। सेक्टर-3 में बाईपास एनएच रोड आईएसबीटी होते हुए तक, चक्कर, बालूगंज, टूटू, जतोग, नाभा, फागली, रामनगर, खलीणी, और विकासनगर। सेक्टर-4 में उपायुक्त कार्यालय, टनल से रोड छोटा शिमला तक, ओकओवर, यूएस क्लब, रिज, हॉलीलॉल, जाखू, रिच माउंट, राम चंद्रा चौक और हाईकोर्ट। सेक्टर-5 में प्रदेश सचिवालय, छोटा शिमला, हॉस्ट, कसुम्पटी क्षेत्र शामिल हैं।