पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की जांच में सामने आया है कि नूरपुर क्षेत्र में सामने आए इन मामलों में अधिकतर युवा एक ही सिरिंज से नशा कर रहे थे।
कांगड़ा जिले में पुलिस की नशे के खिलाफ चल रही मुहिम के दौरान नशा करने वालों की मेडिकल जांच में कई बीमारियों के खुलासे हुए हैं। नूरपुर क्षेत्र के 34 युवा एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं। जांच में सामने आया है कि पीड़ितों में ज्यादातर ने एक ही सिरिंज से नशा किया है। पीड़ितों में 25 से 30 वर्ष की आयु वर्ग के युवा हैं।
नूरपुर में नशे के बढ़ते काले कारोबार ने युवाओं को नशेड़ी बनाने के साथ-साथ एचआईवी पॉजिटिव बना दिया है। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की जांच में सामने आया है कि नूरपुर क्षेत्र में सामने आए इन मामलों में अधिकतर युवा एक ही सिरिंज से नशा कर रहे थे। इससे एक व्यक्ति में पाया जाने वाला एचआईवी का वायरस समूह में सिरिंज के माध्यम से नशा करने वाले अन्य युवाओं के शरीर में पहुंचा है।
हैरानी इस बात की है कि एचआईवी पॉजिटिव मामले उन युवाओं में पाए गए हैं। जिनकी नशे की हालत में पकड़े जाने पर स्वास्थ्य जांच की गई। आशंका है कि क्षेत्र में ऐसे कई और भी युवा होंगे, जो जांच न होने के कारण एचआईवी संक्रमण लेकर घूम रहे होंगे।
एचआईवी के लक्षण
एक माह में शरीर के वजन में 10 प्रतिशत से अधिक की कमी आना।
एक माह में कई बार बुखार चढ़ना।
गंभीर क्षयरोग का होना।
सांस लेने में परेशानी होना।
8 से 10 वर्ष में बीमारियों के लक्षण प्रकट हो जाते हैं जो एचआईवी की स्थिति बनाते हैं।
नूरपुर क्षेत्र में जांच के दौरान हैरान करने वाले मामले सामने आए हैं। क्षेत्र के 34 युवा एचआईवी पॉजिटिव पाए गए हैं। इन युवाओं की आयु 25 से 30 है। जांच में पता चला है कि युवा समूह में बैठकर एक ही सिरिंज के साथ नशा करते थे। युवाओं में कई अन्य बीमारियां भी पाई गई हैं। जो एक ही सिरिंज का बार-बार इस्तेमाल होने के चलते एक से दूसरे में प्रवेश हुई हैं।