लोक निर्माण और शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तीसरे चरण में 2800 करोड़ रुपये खर्चे जा रहे हैं। इसमें सड़कों के सुधार और स्तरोन्नयन का काम किया जाएगा। इसके अलावा सराज विधानसभा क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग के माध्यम से 350 करोड़ रुपये के विकास कार्य किए जा रहे हैं। वे सराज विधानसभा की ग्राम पंचायत तांदी में आयोजित सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे थे।
कार्यक्रम में उन्होंने लोगों की समस्याओं को सुना और उनका समाधान किया। सांसद एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी इस अवसर पर मौजूद रहीं। नेचर पार्क बाखली में हुए इस कार्यक्रम में 70 से अधिक जन आवेदन प्राप्त हुए। इनमें अधिकतर मांग प्रस्ताव थे। उन्होंने लोगों की मांगों पर हर संभव मदद का भरोसा दिया तथा अधिकारियों को समस्याओं के समयबद्ध निपटारे के निर्देश दिए।
लोक निर्माण मंत्री ने बताया कि सराज क्षेत्र में लोक निर्माण विभाग के माध्यम से विकास को गति दी गई है। क्षेत्र में सीआरएफ के तहत दो सड़कों, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना चरण एक और दो में 3 सड़कों का, नाबार्ड से पांच सड़कों, स्वास्थ विभाग के पांच भवनों और शिक्षा विभाग के 10 भवनों का निर्माण प्रगति पर है। इन्हें जल्द पूरा कर जनता को समर्पित किया जाएगा।
हम सनातनी हैं, नहीं चाहिए किसी से धार्मिक सर्टिफिकेट
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि वे सनातनी हिंदू हैं और उन्हें किसी से धार्मिक सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। भगवान राम सिर्फ बीजेपी वालों के नहीं हम सभी के आराध्य हैं। लेकिन हम प्रभु राम पर राजनीति नहीं करते। स्वर्गीय वीरभद्र सिंह अपने मुख्यमंत्री काल में प्रदेश में धर्मांतरण रोधी कानून लेकर आए थे।तब हिमाचल ऐसा कानून लाने वाला देश का पहला राज्य था। देव संस्कृति को बढ़ावा देने में श्री वीरभद्र सिंह ने अपने समय में अनेक कदम उठाए। देवी देवताओं के लिए नजराने की शुरूआत, देव सदनों के निर्माण कराए।
मंत्री ने कहा कि प्रदेश में पिछले साल आई भीषण त्रासदी में लोगों को राहत देने के लिए सुक्खू सरकार ने अपने संसाधनों से 4500 करोड़ का पैकेज जारी किया । इसमें से सबसे ज्यादा राहत राशि सराज विधानसभा क्षेत्र में वितरित हुई है। मुख्यमंत्री द्वारा आपदा राहत राशि में भी लोगों को राहत प्रदान करने के लिए कई गुणा बढ़ोतरी की गई।
12.30 करोड़ से निर्मित चार पुलों के किए उद्घाटन
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य ने बाखली में सराज विधानसभा क्षेत्र के लगभग 12.30 करोड़ रुपये के 4 पुलों का उद्घाटन किए। उन्होंने ग्राम पंचायत ढीम कटारू के क्योलीनाल में 1.54 करोड़ की लागत से निर्मित सिंगल लेन पुल, लंबाथाच में बाखली खड्ड पर 6.35 करोड़ की लागत से निर्मित 40मीटर लंबे डबल लेन पुल, पटीकरी बाड़ा शीहल कशीम्बलीधार सड़क पर 2.76 करोड़ रुपए की लागत से 30 मीटर लंबे पुल का और नाबार्ड के माध्यम से शिलीबागी से दियोल जैंसला सड़क पर दियोल खड्ड 1.65 करोड़ की लागत से निर्मित 15 मीटर लंबे पुल का उद्घाटन किया।
शारटी स्कूल के लिए 25 लाख और खोलानाल स्कूल 10 लाख मंजूर – प्रतिभा सिंह
सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कार्यकाल में सराज विधानसभा क्षेत्र में धरातल पर कोई काम नहीं हुआ है। केवल अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए कार्य हुए हैं। बिना औचित्य के भवनों का निर्माण किया गया। यह भवन अब सफेद हाथी बने हुए हैं। उन्होंने कहा की प्रदेश सरकार ने एक वर्ष के कार्यकाल में विकास को गांव तक पहुंचाया है। जिससे की हर वर्ग लाभान्वित हो रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार का आपदा से राहत पहुंचाने के लोगों को 4500 करोड़ रुपये का राहत पैकेज देने के लिए धन्यवाद किया। सांसद ने बताया कि उन्होंने अपने पिछले दौरे में बरसात में क्षतिग्रस्त शारटी और खोलानाल स्कूलों के लिए 25 लाख रुपये और 10 लाख रुपये की घोषणा की थी। वह राशि मंजूर हो गई है।
प्रदेश कांग्रेस महासचिव चेत राम ठाकुर ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के कार्यकाल में इस क्षेत्र में खुले संस्थानों की जानकारी दी। उन्होंने कहा की इससे सराज क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़कों का विस्तार हुआ। वीरभद्र सिंह ने मुख्यमंत्री रहते सराज के दुर्गम क्षेत्रों में 22 वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बनाए थे। क्षेत्र में खुले 3 कॉलेज भी उनकी देन हैं। पंचायत प्रधान ने अमरावती देवी ने उनकी पंचायत में कार्यक्रम के आयोजन का धन्यवाद किया और पंचायत की समस्याएं की जानकारी दी। कार्यक्रम में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रकाश चौधरी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव चेत राम ठाकुर और अमित पाल सिंह, नाचन से कांग्रेस प्रत्याशी रहे नरेश चौहान, युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष तरुण ठाकुर, एडीएम मंडी डॉ. मदन कुमार, मुख्य अभियंता लोक निर्माण एनपीएस चौहान, प्रशासनिक अधिकारियों सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी, पंचायत प्रतिनिधि और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।