हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की अंबेडकर पीठ के प्रोफेसर और हैड प्रो. विवेकानंद तिवारी ने एक साथ 61 पुस्तकें प्रकाशित कर विश्व कीर्तिमान बनाया है, जो विवि के लिए भी गौरव का क्षण है।
सनातन धर्म एवं भारतीय संस्कृति की आधार स्तंभ गाय के विविध पक्षों पर इस वर्ष एक साथ 61 पुस्तकें प्रकाशित हुई हैं, जो एक विश्व रिकॉर्ड है। इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भेजा गया है।
विश्व के इतिहास में आज तक एक साथ 61 किताबें कभी भी प्रकाशित नहीं हुई हैं। प्रो. तिवारी की 150 से ज्यादा पुस्तकें व 250 से ज्यादा शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं। रामराज्य की परिकल्पना का आधार गाय है।
जब गाय की भक्ति भावना और सम्मान भारत में सर्वोच्च था, तब भारत विश्व गुरु था। डॉ. तिवारी को विभिन्न संस्थाओं द्वारा भारत भारती सम्मान, मालवीय शिक्षा सम्मान, राष्ट्र गौरव सम्मान एवं महाशक्ति सम्मान, शारदा शताब्दी सम्मान से नवाजा गया है। इसकी पुस्तकों का लोकार्पण शंकराचार्य, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, संघ प्रमुख और अनेक राज्यों के राज्यपाल कर चुके हैं।