एक जनवरी से 25 फरवरी तक हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 38 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड हुई है।
हिमाचल प्रदेश में जनवरी के दौरान पड़े सूखे की भरपाई फरवरी भी नहीं कर सका। एक जनवरी से 25 फरवरी तक हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 38 फीसदी कम बारिश रिकॉर्ड हुई है। फरवरी में अभी तक सामान्य से 14 फीसदी अधिक बादल बरसने के बावजूद भी सर्दियों के मौसम में बारिश की कमी चल रही है। इस माह कांगड़ा, ऊना और किन्नौर के अलावा प्रदेश के सभी जिलों में सामान्य से अधिक बारिश रिकॉर्ड हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि 26 फरवरी से प्रदेश में बारिश और बर्फबारी की संभावना बन रही है।
उम्मीद है कि सर्दियों के मौसम की बारिश में इस दौरान कुछ बढ़ोतरी होगी। उन्होंने बताया कि जनवरी में 97 फीसदी कम बारिश होने से अंतर बहुत अधिक हो गया है। प्रदेश में एक जनवरी से 25 फरवरी तक 172.2 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है। इस वर्ष इस अवधि में 106.2 मिलीमीटर बारिश ही हुई है। किन्नौर जिला में सामान्य से सबसे कम 75 फीसदी, बिलासपुर में 29, चंबा में 34, हमीरपुर में 20, कांगड़ा में 46, कुल्लू में नौ, लाहौल-स्पीति में 42, मंडी में 12, शिमला में 30, सिरमौर में 23, सोलन में 30 और ऊना मेें 50 फीसदी कम बारिश दर्ज हुई।
उधर, एक से 25 फरवरी तक प्रदेश में 86.9 मिलीमीटर बारिश को सामान्य माना गया है। वर्ष 2024 में इस अवधि के दौरान 99.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। कांगड़ा जिला में सामान्य से एक, ऊना में 15 और किन्नौर में 51 फीसदी कम बादल बरसे। अन्य जिलों में सामान्य से अधिक बारिश हुई। बिलासपुर में सामान्य से 29, चंबा में 15, हमीरपुर में 44, कुल्लू में 69, लाहौल-स्पीति में 10, मंडी में 71, शिमला में 27, सिरमौर में 41 और सोलन में 36 फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड हुई।