हिमाचल के बागवान पहली बार कैलिफोर्निया बादाम लगाकर मालामाल होंगे। उद्यान विभाग ने कैलिफोर्निया बादाम के 20 हजार ग्राफ्टेड और 36 हजार रूट स्टॉक पौधे तैयार किए हैं। दो साल पहले विश्व बैंक पोषित बागवानी विकास परियोजना के तहत कैलिफोर्निया से बादाम के पौधे आयात किए गए थे। क्वारंटीन अवधि पूरी होने के बाद अब इन पौधों को विभाग बागवानों को उपलब्ध करवा रहा है। सूबे के बागवान उद्यान विभाग के फल संतति एवं प्रदर्शन केंद्रों (पीसीडीओ) से यह पौधे प्राप्त कर सकते हैं। कैलिफोर्निया बादाम पौधा लगाने के दो साल बाद फसल देना शुरू कर देता है। इस किस्म में फरवरी माह के तीसरे हफ्ते से फ्लाॅवरिंग शुरू हो जाती है और अगस्त के अंत तक फसल तैयार हो जाती है। गिरी मध्यम से बड़े आकार की होती है।
इसकी गुणवत्ता और स्वाद बेहतरीन होता है। इसका छिलका कागज की तरह पतला होता है। पौधा ऊंचा होता है और आसानी से बादाम तोड़े जा सकते हैं। बादाम की इस किस्म के लिए महज 500 से 600 घंटे चिलिंग आवर की आवश्यकता रहती है। हिमाचल में अब तक कार्मेल, वुड कालोनी, मॉन्टर, एल्डिरच और यूरोजन किस्मों के बादाम की खेती होती है। हिमाचली बादाम में रासायनिक खाद, कीटनाशकों और फफूंदनाशकों का प्रयोग नहीं होता। इसलिए हिमाचली बादाम पूरी तरह आर्गेनिक होते हैं। हिमाचल में कच्चा बादाम सबसे पहले तैयार होता है इसलिए मार्केट में इसकी डिमांड भी सबसे अधिक रहती है। सीजन की शुरुआत में कच्चे बादाम के 100 से 150 रुपये प्रतिकिलो दाम आसानी से मिल जाता है।
पहली बार दिए जाएंगे कैलिफोर्निया बादाम के पौधे
विश्व बैंक पोषित प्रोजेक्ट के तहत दो साल पहले कैलिफोर्निया से बादाम के पौधे आयात किए गए थे। पहली बार विभाग प्रदेश के बागवानों को उच्च गुणवत्ता वाले कैलिफोर्निया बादाम के पौधे उपलब्ध करवाने जा रहा है। क्वारंटीन अवधि पूरी होने के बाद पौधे विभाग के पीसीडीओ से बागवानों को उपलब्ध करवाए जाएंगे।