राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रथम प्रांत संघचालक पंडित जगन्नाथ शर्मा का निधन हो गया है। उन्होंने अपनी मृत्यु से पहले ही देहदान की इच्छा जाहिर की थी। इसको देखते हुए बुधवार को जगन्नाथ शर्मा का परिवार उनकी देह लेकर एम्स बिलासपुर पहुंचा और यहां पर देह दान किया। बिलासपुर के अमरपुर गांव के निवासी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता पंडित जगन्नाथ शर्मा का मंगलवार देर रात को करीब 2:30 बजे कुल्लू के भुंतर में निधन हो गया। उनकी इच्छा अनुसार उनका पार्थिव शरीर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बिलासपुर को बुधवार दोपहर 12:30 बजे सौंपा गया।
पंडित जगन्नाथ का अमरपुर में हुआ था जन्म
पंडित जगन्नाथ शर्मा का जन्म 27 जून 1927 को अमरपुर में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा सर बटलर हाई स्कूल शिमला में हुई। 1944 में उन्होंने जॉर्ज विजय हाई स्कूल बिलासपुर से मैट्रिक और 1946 में डीएवी कॉलेज लाहौर से फैकल्टी ऑफ साइंस की परीक्षा उत्तीर्ण की। 1941 में पंडित जगन्नाथ शर्मा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े। विभाजन के समय उन्होंने पंजाब रिलीफ कमेटी के साथ काम किया और हजारों हिंदुओं को सुरक्षित भारत पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संघ में उन्होंने गुरदासपुर जिले, अमृतसर विभाग और हिमगिरी प्रांत के संघचालक जैसे दायित्व निभाए। वर्ष 2000 में वे हिमाचल प्रदेश के पहले प्रांत संघचालक बने और 2008 तक इस पद पर कार्य किया।
उनका संघ के शीर्ष नेतृत्व गुरुजी, बाला साहब देवरस, रज्जू भैया और सुदर्शन से गहरा संबंध रहा।
संघ को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में योगदान दिया
उनकी कार्यशैली और संगठनात्मक कौशल ने संघ को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में योगदान दिया। 10 जुलाई 2023 को पंडित जगन्नाथ शर्मा ने एम्स, बिलासपुर जाकर देहदान का संकल्प लिया था। संघ से जुड़े पदाधिकारियों ने कहा कि पंडित शर्मा का जीवन सादगी, सेवा और समर्पण की मिसाल है। आरएसएस के प्रांत प्रचारक संजय कुमार, प्रांत कार्यवाह किस्मत कुमार, मंडी विभाग के सह संघ चालक राजीव करीर, संघ चालक कुल्लू जिला नरेंद्र ठाकुर,संघ चालक रायसन धनवीर ठाकुर, संकुल अधिकृत सदस्य हिमाचल शिक्षा समिति जिला कुल्लू धर्म सिंह ठाकुर, संघ के वरिष्ठ प्रचारक वेद प्रकाश ठाकुर, संघ के पूर्व प्रचारक खुशहाल सिंह गुलेरिया, कुल्लू जिला के प्रचारक रोहित कुमार ने पंडित जगन्नाथ के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया।