हिमाचल की कई और सिंचाई स्कीमों में घटिया पाइप के इस्तेमाल की आशंका, जानें पूरा मामला

Water Pipes Scam: Possibility of use of substandard pipes in many more irrigation schemes

हिमाचल प्रदेश में सिंचाई योजना के लिए खरीदे गए पाइप जांच के दायरे में आ गए हैं। एक योजना का मामला सामने आने के बाद अब अन्य स्कीमों में भी घटिया पाइप बिछाने की आशंका जताई जा रही है। यह पाइप पिछली सरकार के कार्यकाल में खरीदे गए हैं। ऐसे में कई और क्षेत्रों की सिंचाई योजनाओं में भी ऐसे पाइप इस्तेमाल किए जाने की संभावना है। ऐसे में कई ठेकेदार और अधिकारी कार्रवाई की जद में आ सकते हैं। स्थिति यह है कि प्रदेश में कई योजनाएं शुरू होने से पहले ठप हो गई हैं। कई पाइप ट्रायल में ही फट गए। यही नहीं, सिंचाई योजना को लेकर बनाए चैंबर उखड़ गए।

अब सिंचाई  योजनाओं में गड़बड़ी को लेकर लोग खुलकर सामने आ रहे हैं। शिमला के क्यार-कमाह में पानी की टेस्टिंग के साथ ही फटे पाइपों में पानी बहने से इसका खुलासा हुआ है। जल शक्ति विभाग के इंजीनियर मौके पर पहुंच रहे हैं। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी इस तरह की लापरवाही बरती गई है।  उधर, जल शक्ति विभाग के अधीक्षण अभियंता और अधिशासी अभियंता मंगलवार को क्यार कमाह क्षेत्र के कई गांवों में पहुंचे। मौके पर पाया गया कि कई जगह पाइप टूटे हुए हैं।

कई जगह पाइप के दबाने के बजाय इन्हें खुला रखा गया है। चैंबर भी फट गए हैं। इस योजना में पांच से छह इंच के पाइप बिछाए जाने हैं, लेकिन बीच में 2.5 इंच के पाइप बिछा दिए गए हैं। हालांकि, मौके पर गए इंजीनियरों ने लोगों को आश्वस्त किया है कि खराब और फटे पाइपों को हटाकर नए पाइप बिछाए जाएंगे। प्रदेश सरकार की ओर से जल्द ही इस सिंचाई योजना को शुरू कर दिया जाएगा। उधर, राज्य सरकार के जल शक्ति विभाग के प्रमुख अभियंता जोगेंद्र चौहान का कहना है कि निरीक्षण करने के लिए टीम मौके पर भेजी गई है।

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