
चुराह विधानसभा क्षेत्र की सनवाल पंचायत भ्रष्टाचार के मामले में हॉट स्पॉट बनती जा रही है। अब इस पंचायत में एक नया खुलासा हुआ है। इसमें एक बीपीएल परिवार से संबंधित वेंडर ने पांच सालों में एक खच्चर के जरिये विभिन्न विकास कार्यों में डेढ़ करोड़ की ढुलाई की है जबकि एक खच्चर पर इतनी मात्रा में निर्माण सामग्री की ढुलाई करना कतई संभव नहीं है।
धनराशि पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों के खातों में ट्रांसफर
इस मामले में सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि वेंडर के खाते में डेढ़ करोड़ की धनराशि भले ही जमा हुई है, लेकिन यह धनराशि पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों के खातों में ट्रांसफर कर दी गई है। पूर्व प्रतिनिधि भी वही हैं जिनके खिलाफ सनवाल पंचायत में सेब खरीद में सवा करोड़ रुपये की धांधली करने का आरोप लगा है। उनके खिलाफ पुलिस में एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है। अब इस मामले में भी उनके खिलाफ दूसरी एफआईआर दर्ज हुई है।
वेंडर के पास सिर्फ एक खच्चर
कुछ दिन पहले पुलिस थाना तीसा में छह लोगों ने लिखित में शिकायत दर्ज करवाते हुए बताया कि सनवाल पंचायत में गरीब लोगों को वेंडर बनाकर करोड़ों रुपयों का गबन किया गया है और किया जा रहा है। इसमें शिकायतकर्ता ने पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों और वेंडरों के नाम भी लिखकर पुलिस को दिए थे।
जब पुलिस ने सनवाल पंचायत में निर्माण सामग्री की ढुलाई करने वाले वेंडरों की जांच पड़ताल शुरू की तो उसमें पता चला कि वेंडर जो बीपीएल परिवार से संबंधित है, और उसके पास मात्र एक खच्चर है। उसने पांच सालों में डेढ़ करोड़ रुपये की ढुलाई का कार्य पंचायत के विभिन्न कार्यों में किया है। पुलिस ने जब उसके खाते के लेन-देन को जांचा तो उसमें पता चला कि यह लेन-देन पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों और उनके रिश्तेदारों के खातों में किया गया है। पुलिस ने इस मामले में अब सभी वेंडरों के खातों की जांच शुरू कर दी है।
वर्ष 2022 में सनवाल पंचायत में सवा करोड़ सेब खरीद मामले में वेंडर वेग मोहम्मद के खाते से डेढ़ करोड़ से अधिक धनराशि का लेन देन पूर्व पंचायत प्रतिनिधियों और उनके रिश्तेदारों के खातों में हुआ है। इस मामले में भी पुलिस ने पंचायत प्रधान और पूर्व जिप सदस्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। मामले की जांच चल रही है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने बताया कि वेंडरों के खातों से हुए करोड़ों के लेन देन की पुलिस गहनता से जांच कर रही है।