
हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर दिवंगत विमल नेगी 10 मार्च को सुबह पहले बीसीएस में अपने कार्यालय आए। यहां कुछ देर बैठने के बाद वह कॉरपोरेशन की ओर से हायर किए गए वाहन से पंथाघाटी स्थित तेंजिन अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने मेडिसिन विभाग के डॉक्टर से जांच करवाने के लिए पर्ची बनवाई। सोमवार होने की वजह से उस दिन अस्पताल में काफी भीड़ थी। इसके बाद वह करीब 15 से 20 मिनट तक लाइन में खड़े रहे, लेकिन बिना जांच करवाए ही लौट गए। अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज में पर्ची कटवाते और लाइन में खड़े दिखाई दे रहे हैं।
चमाकड़ी पुल के समीप खाना खाया
इस दौरान उनके चेहरे पर बेचैनी भी दिखाई दे रही है। करीब 11:00 बजे के करीब वह गाड़ी से लिफ्ट तक गए और यहां चालक को माल रोड जाने की बात कहकर जाने के लिए कहा। जांच में सामने आया है कि इसके बाद सर्कुलर रोड पर ही रिपन अस्पताल से कुछ पहले उन्होंने एक टैक्सी को रुकवाया और फिर इसके जरिये बिलासपुर की ओर रवाना हुए। रास्ते में उन्होंने चमाकड़ी पुल के समीप खाना खाया और जिला बिलासपुर में नौणी मोड़ के समीप फोरलेन वाइफरकेशन के समीप उतर गए। चालक ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उन्होंने रास्ते में उससे ज्यादा बातचीत नहीं की और वह ज्यादातर समय वह चुपचाप ही रहे। इसी क्षेत्र में उन्हें आखिरी बार सीसीटीवी फुटेज में भी देखा गया है।
भाखड़ा बांध में गाह घोड़ी के पास बरामद हुआ शव
18 मार्च को शाहतलाई थाना क्षेत्र में विमल नेगी का शव भाखड़ा बांध में गाह घोड़ी के पास बरामद हुआ। अब पुलिस के सामने इस गुत्थी को सुलझाने की चुनौती है कि नौणी मोड़ से टैक्सी छोड़ने के बाद विमल नेगी की मौत किन परिस्थितियों में हुई और उनका शव कैसे शाहतलाई क्षेत्र में पहुंचा। फोरेंसिक एक्सपर्ट की जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों और समय को लेकर स्थिति साफ हो सकती है।
पत्नी की आपत्ति के बाद एफआईआर में जोड़ा शिवम प्रताप का नाम
विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी की शिकायत पर पुलिस ने बुधवार शाम को कॉरपोरेशन के एमडी हरिकेश मीणा और निदेशक इलेक्टि्रक विंग देशराज के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 108 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया। लेकिन जब उनकी पत्नी को एफआईआर की कॉपी सौंपी गई तो उन्होंने इस बात पर एतराज जताया कि इसमें कॉरपोरेशन के निदेशक शिवम प्रताप सिंह का नाम नहीं है। इसके बाद पुलिस ने दोबारा से मौके पर ही पत्नी के बयान दर्ज कर शिवम प्रताप सिंह निदेशक (पर्सनल एवं फाइनांस) का नाम भी एफआईआर में जोड़ दिया है।
विमल नेगी का ऑफिस किया सील
चीफ इंजीनियर विमल नेगी की संदिग्ध मौत के बाद पुलिस ने कॉरपोरेशन कार्यालय में उनका ऑफिस सील कर दिया है। इससे पहले पुलिस ने उनकी लापता होने की सूचना के बाद भी ऑफिस में जांच पड़ताल की थी। इसके बाद निगम की तरफ से भी सुरक्षा कर्मियों को उनके कार्यालय में किसी को भी जाने की अनुमति नहीं देने निर्देश दिए गए थे। इसका उद्देश्य यह था कि उनके ऑफिस में किसी प्रकार के दस्तावेजों से छेड़छाड़ न हो।