प्रदेश सरकार ने हाल ही में उद्योगों पर 11 फीसदी से विद्युत कर बढ़ाकर 19 फीसदी कर दिया है। जिससे अब उन्हें बिजली महंगी पड़ रही है।
प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में उद्योगपतियों ने मंदी से उभरने के लिए छतों पर सोलर सिस्टम लगाने शुरू कर दिए हैं। अभी तक 30 कंपनियों ने अपनी छतों पर यह पैनल लगा दिए हैं। जिससे कंपनी में खपत होने वाली बिजली स्वयं तैयार कर रहे हैं।
प्रदेश सरकार ने हाल ही में उद्योगों पर 11 फीसदी से विद्युत कर बढ़ाकर 19 फीसदी कर दिया है। जिससे अब उन्हें बिजली महंगी पड़ रही है। प्रदेश सरकार छतों पर सोलर पैनल लगाने के लिए उद्योगपतियों को प्रोत्साहित कर रही है। उद्योगों के साथ-साथ स्कूल भी इस योजना में अपने स्कूल की छतों पर सोलर पैनल लगा कर बिजली तैयार कर रहे हैं।
प्रदेश के सूती धागा वस्त्र उद्योग वर्तमान में उक्रेन युद्ध के बाद मंदी की दौर से गुजर रहे हैं। दक्षिण भारत के सूती धागा वस्त्र उद्योग बंद हो गए हैं। यूरोप में सूती वस्त्रों की मांग कम हो गई है। जिससे यह धागा उद्योग वर्तमान में नुकसान में चल रहे हैं। इस नुकसान को कुछ कम करने के लिए बद्दी के विनसम धागा मिल ने अपने छत पर सोलर पैनल लगाने का कार्य शुरू कर दिया है।
कोंडी स्थित विनसम कंपनी में 2.896 मेघावाट का सोलर सिस्टम लग रहा है। अतिरिक्त बिजली तैयार होती है तो उसे बिजली बोर्ड को दे दिया जाएगा। कंपनी के प्रबंधक रविंद्र रोहिला ने सोलर सिस्टम लगने की पुष्टि करते हुए बताया कि मार्च तक यह सिस्टम चालू हो जाएगा। इसके अलावा कौंडी में कई कंपनियों ने सोलर पैनल तैयार करके इसके चालू कर दिया है।
इसके अलावा पूरे बीबीएन में 30 उद्योगों ने यह सोलर पैनल अपनी कंपनी की छतों पर लगा कर चालू कर दिए हैं। उधर, बिजली बोर्ड के अधिशासी अभियंता दीपक वर्मा ने बताया कि बद्दी क्षेत्र में करीब 30 उद्योगों ने अपनी छतों पर सोलर पैनल सिस्टम लगा लिए हैं। जिससे उनकी बिजली खपत इसी से पूरी हो रही है। इसके अलावा अगर बचती है तो वह बिजली ग्रेड में वापस आ जाती है। 31 मार्च को इसका हिसाब किया जाएगा। जिन उद्योगों से बिजली ग्रिड में वापस आई है, उन्हें पैसा दिया जाएगा।