विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखने के बाद हिमाचल भाजपा संगठन में प्राण फूंकने में जुट गई है। संगठन की बूथ समितियां लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए जान-प्राण का काम करेंगी।
हिमाचल में विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखने के बाद हिमाचल भाजपा संगठन में प्राण फूंकने में जुट गई है। संगठन की बूथ समितियां लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए जान-प्राण का काम करेंगी। कांग्रेस के शासनकाल में जन्मे बच्चे अब युवा हो चुके हैं। पार्टी और संगठन ने अपनी माइक्रो मैनेजमेंट रणनीति के तहत इन युवाओं पर नजरें गड़ा दी हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के तीन फरवरी के अभिनंदन कार्यक्रम में यह बात साफ हो जाएगी। इस कार्यक्रम के सिलसिले में धर्मशाला प्रवास पर आए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा़ॅ राजीव बिंदल ने अमर उजाला से बातचीत में स्पष्ट किया कि हमारा फोकस कांग्रेस शासनकाल में जन्मे युवाओं पर है। हम सम्मेलन के माध्यम से 2004 से 2014 तक के समय में जीवन संघर्ष सीख रहे किशोरों को कांग्रेस और भाजपा शासन काल के अंतर को समझाएंगे।
2024 तक युवा बन चुके इन युवाओं को हम भविष्य के भारत से अवगत करवाकर राष्ट्र निर्माण में जोड़ेंगे। मोर्चों, अग्रिम प्रकोष्ठों और बूथ पालकों की सक्रिय भागीदारी के साथ बूथ समितियां बनाई जा रही हैं। हर बूथ पर 51 लोगों की समिति ही हमारी जान-प्राण होंगी। ये बूथ समितियां चुनाव में पूरी सक्रियता से काम करेंगी।
प्रदेश के सभी हलकों में 100 बूथों की समितियों का एक सम्मेलन होगा। 1 से 15 मार्च तक ये सम्मेलन होंगे। फरवरी में महासंपर्क अभियान की गतिविधियां चलतीं रहेंगी। राष्ट्र निर्माण के तौर तरीके सीखेंगे युवाभाजपा युवा मोर्चा नव मतदाता सम्मेलन के माध्यम से इन युवाओं तक पैठ बना रहा है। इन सम्मेलनों में युवाओं को सक्रिय भागीदारी और भविष्य के भारत से जुड़ी पाठ्य सामग्री पढ़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा। नड्डा के दौरे के बाद इस मुहिम को और तेज किया जाएगा।
चलो गांव, एक गांव-एक नेतालोकसभा चुनाव में चारों सीटें जीतने का दावा कर चुकी भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर है। सूबे में कांग्रेस सरकार है और लोकसभा सीटों को जितवाने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू भी ले चुके हैं। लिहाजा 4 फरवरी से चलो गांव अभियान शुरू किया जा रहा है।
इस अभियान में पार्टी के बड़े नेता व पदाधिकारी एक-एक गांव में प्रवास करेंगे। एक गांव-एक नेता की थीम पर जनता से जुड़ाव व संपर्क को मजबूती दी जाएगी। कॉल सेंटरों से बूथ लेवल तक होगा संवादभााजपा लोकसभा चुनाव को लेकर संसदीय क्षेत्र वार अपने कॉल सेंटर स्थापित कर रही है। 4 सेंटर एक्टिव किए जा चुके हैं। कॉल सेंटर बूथ लेवल तक कनेक्ट रहकर सूचनाओं का आदान-प्रदान व संवाद करेंगे। चुनाव के लिए प्रदेश स्तरीय और लोकसभा क्षेत्र स्तरीय प्रबंध समितियां जल्द गठित कर दी जाएंगी।