धर्मपुर (मंडी). हिमाचल प्रदेश में बरसात के दौरान हुए नुकसान की मुआवजा राशि देने के लिए राजस्व विभाग के पटवारी रिश्वत मांग रहे हैं. ताजा मामला हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के मंडी जिले के धर्मपुर क्षेत्र का है. यहां पर एक पटवारी (Patwari Audio) का महिला से मुआवजा राशि देने के एवज में पैसे सेटिंग करने का ऑडियो सामने आया है. एसडीएम के पास ऑडियो (Audio) पहुंचा है औऱ अब जांच के आदेश दिए गए हैं.Play VideoClose Player
दरअसल, मंडी जिले के धर्मपुर विधानसक्षा क्षेत्र के पटवारी ने प्रभावित परिवार से राहत राशि जारी करने के बदले पैसा देने की बात कही. पटवारी महिला से फोन पर बात करता सुनाई दे रहा है कि. महिला कह रही है कि कितना चाहिए 50 हजार…तो पटवारी कहता है कि मैं पैसा दिलवाना जानता हूं, तो निकालना भी जानता हूं. कभी भी जांच हो सकती है, उसे कानून पता है. पटवारी फोन पर महिला से कहता है कि 11 लाख रुपये लेने के बाद भी आपका मन नहीं भरा है. इतना ही नहीं, पटवारी कह रहा है कि जमीन अलग से दिलवाई है. साथ ही पटवारी कहता है कि महिला का दामाद मामला बिगाड़ रहा है.
अब यह मामला उच्चाधिकारियों के ध्यान में आते ही एसडीएम धर्मपुर ने इसकी जांच बैठा दी है और तहसीलदार धर्मपुर दौलत राम ठाकुर को जांच अधिकारी बनाया गया है जो इस पूरे मामले की जांच करेगें और अपनी रिर्पोट एसडीएम को सौंपेगें. एसडीएम धर्मपुर राजेन्द्र गौतम ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद भी पता चलेगा कि इसमें कितनी सच्चाई है, लेकिन जैसे ही यह मामला उनके ध्यान में आया इसकी जांच शुरू करवा दी है.
उन्होंने बताया कि अभी तक उनके पास लिखित रूप में किसी ने शिकायत नहीं की है और अगर लिखित रूप में शिकायत आती है तो फिर तुरंत कार्रवाई होगी.
सरकार दे रही है मुआवजा
हिमाचल प्रदेश में जिन लोगों के मकान बरसात में पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं. उन्हें सरकार मकान बनाने के लिए जमीन के अलावा, 7 लाख रुपये भी दे रही है. इसमे पटवारी की रिपोर्ट लगती है. गौशाला या पशु की मौत पर भी मुआवजे का प्रावधान किया गया है.