पैसा दोगुना करने का लालच देकर शातिरों ने कारोबारी से लाखों रुपये की ठगी कर ली। निवेश की राशि नहीं मिलने पर कारोबारी ने शिमला के सदर थाने में शिकायत दी।
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में क्रिप्टोकरेंसी ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। थाना सदर क्षेत्र में ताजा मामले में एक महिला सहित चार कारोबारियों से 32 लाख रुपये की ठगी हुई है। पीड़ित बलविंदर कुमार ने इसकी शिकायत शिमला सदर थाना में दर्ज करवाई है। इनमें शहर के ही एक दंपती पर पैसों को हड़पने के आरोप लगे हैं। प्रारंभिक जांच के मुताबिक अप्रैल 2020 में ठगी का यह खेल शुरू हुआ था। शहर के ही एक दंपती एजेंट ने अलग-अलग आईडी बनाकर 11 माह में पैसा दोगुना होने का लालच देकर निवेश करवाया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है। ठगी का यह मामला लक्कड़ बाजार क्षेत्र का है।
पुलिस को दी शिकायतों में बलविंदर ने बताया कि कोरोना काल में एजेंटों ने क्रिप्टोकरेंसी में पैसे दोगुना करने का झांसा दिया। दोनों ने बताया कि निवेश करने पर पैसे डबल होंगे। ग्यारह माह की अवधि के भीतर 200 प्रतिशत रिटर्न का प्रलोभन दिया गया। इस बीच झांसे में आकर बलविंदर ने वर्चुअल करेंसी (कोर्वियो कॉइन) में 9 लाख का निवेश किया। इसके अलावा राकेश ने 10 लाख, गौरव ने 8 लाख और गायत्री ने भी 5 लाख निवेश किए थे। दंपती अब उनका फोन नहीं सुन रहा है। एएसपी नवदीप सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर सदर थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
17 लोग हो चुके ठगी के शिकार
साल 2024 की शुरुआत में 29 जनवरी को शहर के 14 लोगों के साथ क्रिप्टोकरेंसी में निवेश पर 46.52 लाख की ठगी हुई थी। इसके अलावा 21 फरवरी को छोटा शिमला थाना क्षेत्र के तहत एक ही परिवार के तीन लोगों से क्रिप्टोकरेंसी के जरिये 18 लाख 35 हजार की ठगी सामने आ चुकी है।