मंडी और कांगड़ा जिले की सीमा पर स्थित केयू हाइड्रो जल विद्युत परियोजना लंबाडग के टनल और पैन स्टॉक के जंक्शन में हुए पानी के भारी रिसाव से लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं।
हिमाचल प्रदेश के मंडी और कांगड़ा जिले की सीमा पर स्थित केयू हाइड्रो जल विद्युत परियोजना लंबाडग के टनल और पैन स्टॉक के जंक्शन में हुए पानी के भारी रिसाव से लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं। मुल्थान बाजार में रात को पानी के साथ बड़े-बड़े पत्थर भी आए। इससे स्थिति और खराब हो गई। शुक्रवार रात करीब 9:00 बजे के आसपास जोरदार धमाके के साथ बड़ी मात्रा में पहाड़ी से पानी आया। साथ ही पहले से कई गुणा ज्यादा मलबा गांव में पहुंचा है। मुल्थान बाजार में मलबे के साथ बड़े-बड़े पत्थर भरे हुए हैं। मलबे से प्रभावित घर में रह रहे लोगों को शिफ्ट किया जा चुका है। अभी भी टनल से पानी निकल रहा है। ग्रामीणों में दहशत का माहाैल है।
बता दें, पर्यटन स्थल बरोट से सटे मुल्थान के लंबाडग में 25 मेगावाट के पावर प्रोजेक्ट की टनल में पानी का भारी मात्रा में रिसाव होने से मुल्थान बाजार में शुक्रवार सुबह करीब 8:00 बजे बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे। भारी मात्रा में मलबा 400 मीटर बाजार के क्षेत्र में फैल गया। करीब 80 दुकानें व 50 घरों में मलबा घुस गया। कई लोगों ने भागकर जान बचाई, जबकि करीब 45 कनाल भूमि पर नगदी फसलें तबाह हो गईं। घटना के बाद घंटों तक प्रशासनिक अमला व कंपनी प्रबंधन गायब रहा। घटना में लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।