हिमाचल प्रदेश के देहरा गोदाम से जब डिपुओं को राशन भेजा तो गोदाम में राशन भेजने की एंट्री रजिस्टर पर दर्ज है। पर्चियां काटी गई। इस राशन की क्षेत्र की उचित मूल्य की दुकानों में एंट्री नहीं है। करीब एक करोड़ की लागत का यह राशन है जो डिपुओं को भेजा था।
सूबे में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत डिपुओं से मिलने वाले राशन में गड़बड़झाला सामने आया है। मामले का पता चलते ही विभाग ने जांच बैठा दी है। हिमाचल प्रदेश खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम देहरा के अंतर्गत सरकारी राशन की यह गड़बड़ी सामने आई है।
दरअसल पीडीएस के तहत राशन कार्ड धारकों को प्रतिमाह उचित मूल्य की दुकानों से दालें, आटा, गंदम, चावल, चीनी समेत अन्य राशन उपलब्ध करवाया जाता है। प्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम का देहरा में थोक गोदाम है। यहां से क्षेत्र के 102 उचित मूल्य की दुकानों को राशन भेजा जाता है।
गोदाम से जब राशन भेजा जाता है तो पीओएस मशीनों से राशन की ऑनलाइन रजिस्ट्रर पर प्रवृष्टि होती है। देहरा गोदाम से जब डिपुओं को राशन भेजा तो गोदाम में राशन भेजने की एंट्री रजिस्टर पर दर्ज है। पर्चियां काटी गई। इस राशन की क्षेत्र की उचित मूल्य की दुकानों में एंट्री नहीं है। करीब एक करोड़ की लागत का यह राशन है जो डिपुओं को भेजा था, लेकिन डिपुओं में एंट्री न होने का मतलब है कि राशन डिपुओं में यह राशन नहीं पहुंचा। अब अगर डिपुओं में राशन नहीं पहुंचा तो सवाल है कि यह राशन गया कहां? विभाग ने बीते सप्ताह भी इस मामले की जांच के लिए बैठक बुलाई थी, लेकिन बताया जा रहा है कि गोदाम इंचार्ज बैठक में नहीं पहुंचे।
देहरा स्थित हिमाचल प्रदेश खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम के गोदाम से राशन डिपुओं को भेजने की प्रवृष्टि हैं लेकिन डिपुओं में इस राशन की कोई एंट्री नहीं है। मामले की जांच की जा रही है- पुरुषोत्तम सिंह, जिला नियंत्रक, खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग कांगड़ा
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हिमाचल प्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम के गोदाम से राशन के संबंध में सामने आई अनियमितता की जांच चल रही है। बीते सप्ताह इस मामले की जांच के लिए गोदाम इंचार्ज को बुलाया गया था, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुए। संबंधित प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है- स्वर्ण सिंह, एरिया मैनेजर, हिमाचल प्रदेश खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति निगम