# ज्येष्ठ की तपती दुपहरी में हिमाचल के जंगलों में आग का कहर, 62 जगह नई घटनाएं…

HP Forest Fire: In the scorching afternoon of Jyeshtha, fire wreaked havoc in the forests of Himachal

अब तक आग की घटनाओं का आंकड़ा 958 तक पहुंच चुका है। अभी फायर सीजन खत्म होने में करीब 20 दिन बाकी हैं। 

पहाड़ों में आग का कहर जारी है। 24 घंटे में प्रदेश भर में जंगल की आग की 62 नई घटनाएं हुईं। इनमें 650 हेक्टेयर वन क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है। अब तक आग की घटनाओं का आंकड़ा 958 तक पहुंच चुका है। अभी फायर सीजन खत्म होने में करीब 20 दिन बाकी हैं। इस सीजन में अब तक कुल 9,177.02 हेक्टेयर वन क्षेत्र जल चुका है। सरकार और वन विभाग की ओर ड्रोन और हेलीकॉप्टर से आग बुझाने के दावे भी खोलने साबित हो चुके हैं। दमकल विभाग के फायर टेंडर भी जंगलों के बीच तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। 

कर्मचारी जंगलों के अंदर जाकर झाड़ियों की झाड़ू बना कर आग बुझा रहे हैं। रविवार शाम से सोमवार शाम तक बिलासपुर सर्किल में जंगलों में आग लगने की पांच घटनाएं वन विभाग ने दर्ज की हैं। चंबा में छह, धर्मशाला में 17, हमीरपुर में 15, मंडी में चार, नाहन में एक, शिमला में 10, सोलन में चार मामले जंगलों में आग लगी है। बिलासपुर सर्किल में 22 हेक्टेयर, चंबा में 67 हेक्टेयर, धर्मशाला में 84.45 हेक्टेयर, हमीरपुर में 121 हेक्टेयर, मंडी में 16, नाहन में 5.5 हेक्टेयर, शिमला में 131 हेक्टेयर और सोलन में 203 हेक्टेयर भूमि में वन संपदा राख हुई है।

इंदौरा के मंड में 50 झुग्गियां राख
इंदौरा के मंड क्षेत्र में सोमवार दोपहर 50 झुग्गियां जल गईं। बसंतपुर पंचायत की 50 झुग्गियों में उत्तर प्रदेश के 15 परिवार रह रहे थे। आग इतनी भयानक और तेज गति से फैली की कुछ समय में सब कुछ राख हो गया। इस दौरान अधिकांश घर के लोग दिहाड़ी-मजदूरी का काम करने बाहर गए थे। छोटे-छोटे बच्चे स्कूल में पढ़ने के लिए गए थे। एक परिवार में कुछ समय बाद दो लड़कियों की शादी थी। शादी के लिए सोने-चांदी के जेवरात और अन्य सामान, जिसमें खाने पीने की सामग्री, पंखे, कपड़े, खाद्य सामग्री और फ्रिज सहित सब कुछ जलकर राख हो गया। जब तक जसूर से फायर ब्रिगेड की गाड़ी आती, तब तक सब कुछ जल राख हो गया था। अब 15 परिवार सड़क पर आ गए हैं। संवाद एसडीएम इंदौरा सुरिंद्र ठाकुर ने बताया कि राहत सामग्री पीड़ित परिवारों के लिए भेजी जा रही है।

आनी में बगीचे जले
उपमंडल के कराणा में रविवार शाम जंगल में आग लग गई। इससे में बागवानों के कई बगीचे पूरी तरह से जलकर राख हो गए। इसके अलावा दूसरी प्रजातियों के पौधे भी जल गए। आग से वन्य जीव-जंतुओं की भी मौत हुई। वन विभाग और लोगों के लिए आग बुझाना चुनौती बन गया है।

शिमला में 9 जगह जंगल दहके
राजधानी शिमला के आसपास रविवार शाम से सोमवार तक 9 जगह जंगलों में आग लग गई। इससे वन संपदा राख हो गई है। कई जगह आग पर काबू पा लिया गया है। बाकी जगह बुझाने का काम जारी है। आज भी शहर के कई क्षेत्रों के जंगलों में आग भड़की है। झंझीड़ी के पास जंगल में आग भड़की है। इससे घरों को खतरा पैदा हो गया है। 

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