हिमाचल प्रदेश के वन्य प्राणी क्षेत्र कुगति की सुप्पा चोलू धार में मोनाल और कोकलास के झुंड देखने को मिले हैं। वन्य प्राणी विभाग की टीम ने गमगुल सियाबेही वन्य प्राणी क्षेत्र में भी सर्वे किया।
वन्य प्राणी क्षेत्र कुगति की सुप्पा चोलू धार में मोनाल और कोकलास की रिकॉर्ड तोड़ आबादी देखने को मिली है। इसका खुलासा उस समय हुआ, जब वन्य प्राणी विभाग के डीएफओ वन्य जीवों का सर्वे करने के लिए स्टाफ के साथ इस धार पर पहुंचे। यहां जब उन्होंने जंगलों में मोनाल और कोकलास को उड़ान भरते देखा तो वे भी अचंभित हो गए। इससे पहले इतनी अधिक संख्या में इन वन्य जीवों को किसी भी जंगल में नहीं देखा है। इसको लेकर उनके स्टाफ ने वीडियो भी बनाई। इतना ही नहीं, इस धार में उन्हें काला भालू होने के भी प्रमाण मिले हैं। जंगल में काले भालू को आराम करते देखा गया।
वन्य प्राणी विभाग की टीम ने गमगुल सियाबेही वन्य प्राणी क्षेत्र में भी सर्वे किया। इस दौरान उन्हें कई वन्य जीवों की प्रजातियों के जंगल में फलने-फूलने के सबूत मिले। इस सर्वे में वन्य प्राणी विभाग की टीमों को जिन वन्य जीवों के प्रमाण मिलेंगे। उनकी संख्या का पता लगाने के लिए बाद में गणना भी करवाई जाएगी। फिलहाल चंबा के उन सभी जंगलों में वन्य प्राणियों का सर्वे किया जा रहा है, जोकि वन्य प्राणी क्षेत्र में आते हैं। जंगलों में ट्रैप कैमरे लगाकर भी वन्य प्राणी विभाग वन्य जीवों की मौजूदगी का पता लगा रहा है। इस सर्वे में विलुप्त प्रजाति से संबंधित बर्फानी तेंदुआ, कस्तूरी मृग और भूरा भालू की मौजूदगी को भी पता लगाया जा रहा है। इन प्रजातियों के वन्य जीवों को चंबा के जंगलों में पहले भी देखा गया है।
वन्य प्राणी विभाग के डीएफओ कुलदीप जमवाल ने बताया कि सर्वे करने के लिए जब वह सुप्पा चोलू धार पहुंचे तो वहां उन्हें मोनाल और कोकलास के झुंड दिखाई दिए। यह इस बात को दर्शाता है कि जंगलों में यह वन्य जीव सुरक्षा के साथ फल-फूल रहे हैं। वन्य प्राणी विभाग इन वन्य जीवों की सुरक्षा को लेकर पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रहा है।
अन्य वन्य प्राणी क्षेत्रों से अलग मोनाल
भांदल वन्य प्राणी क्षेत्र में इस बार मोनाल जंगली मुर्गे की प्रजाति की तरह मिले। जब वन्य प्राणी विभाग की टीम सर्वे करने के लिए भांदल के वन्य प्राणी क्षेत्र में पहुंची तो वहां पर उन्हें मोनाल दिखाई दिए, जोकि अन्य वन्य प्राणी क्षेत्रों से अलग थे। देखने में यह जंगली मुर्गे की तरह थे। अन्य वन्य प्राणी क्षेत्रों में मोनाल अपने वास्तिवक रूप में दिखाई दिए।